SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 435
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५०४०] अनुबन्धः ३९३ 20 30 50 60 70 निधमपरिगस, पधनिमरिगस, धपनिमरिगस, पनिधमरिगस, निपधमरिगस, धनिपमरिगस, निधपमरिगस, " गमपधनिरिस, मगपधनिरिस, गपमधनिरिस, पगमधनिरिस, मपगधनिरिस, पमगधनिरिस, गमधपनिरिस, मगधपनिरिस, गधमपनिरिस, धगमपनिरिस, " मधगपनिरिस, धमगपनिरिस, गपधम निरिस, पगधमनिरिस, गधपमनिरिस, धगपमनिरिस, पधगमनिरिस, धपगम निरिस, मपधगनिरिस, पमधगनिरिस, मधपगनिरिस, धमपगनिरिस, पधमगनिरिस, धपमगनिरिस, गमपनिधरिस, मगपनिधरिस, गपमनिधरिस, पगमनिधरिस, मपगनिधरिस, पमगनिधरिस, " गमनिपधरिस, मगनिपधरिस, गनिमपधरिस, निगमपधरिस, मनिगपधरिस, निमगपधरिस, गपनिमधरिस, पगनिमधरिस, गनिपमधरिस, निगपमधरिस, " पनिगमधरिस, निपगमधरिस, मपनिगधरिस, पनिगधरिस, मनिपगधरिस, निमपगधरिस, पनिमगधरिस, निपमगधरिस, गमधनिपरिस, मगधनिपरिस, 10 गधमनिपरिस, धगमनिपरिस, मधगनिपरिस, धमगनिपरिस, गमनिधपरिस, मगनिधपरिस, गनिमधपरिस, निगमधपरिस, मनिगधपरिस, निमगधपरिस, गधनिमपरिस, धगनिमपरिस, गनिधमपरिस, निगधमपरिस, धनिगमपरिस, निधगमपरिस, मधनिगपरिस, धमनिगपरिस, मनिधगपरिस, निमधगपरिस," धनिमगपरिस, निधमगपरिस, गपधनिमरिस, पगधनिमरिस, गधपनिमरिस, धगपनिमरिस, पधगनिमरिस, धपगनिमरिस, गपनिधमरिस, पगनिधमरिस, 'गनिपधमरिस, निगपधमरिस, पनिगधमरिस, निपगधमरिस, गधनिपमरिस, धगनिपमरिस, गनिधपमरिस, निगधपमरिस, धनिगपमरिस, निधगपमरिस, " पधनिगमरिस, पधनिगमरिस, पनिधगमरिस, निपधगमरिस, धनिपगमरिस, निधपगमरिस, मपधनिगरिस, पमधनिगरिस, मधपनिगरिस, धमपनिगरिस, " पधमनिगरिस, धपमनिगरिस, मपनिधगरिस, पमनिधगरिस, मनिपधगरिस, निमपधगरिस, पनिमधगरिस, निपमधगरिस, मधनिपगरिस, धमनिपगरिस, मनिधपगरिस, निमधपगरिस, धनिमपगरिस, निधमपगरिस, पधनिमगरिस, धपनिमगरिस, पनिधमगरिस, निपधमगरिस, धनिपमगरिस, निधपमगरिस,०००० 10 20 इति प्रस्ताराः । 50 40 80 5000 80 Scanned by Gitarth Ganga Research Institute
SR No.034227
Book TitleSangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
PublisherAdyar Library
Publication Year1943
Total Pages458
LanguageSanskrit, English
ClassificationBook_Devnagari & Book_English
File Size220 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy