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________________ ३०६ संगीतरत्नाकरः [औ० (२) ११०मरिधगस,10 रिधमगस, धरिमगस, मधरिगस, धमरिगस, गमधरिस, मगधरिस, गधमरिस, धगमरिस, मधगरिस, धमगरिस.२० (३) सरिगमनि, रिसगमनि, सगरिमनि, गसरिमनि, रिगसमनि, गरिसमनि, सरिमगनि, रिसमगनि, समरिगनि, मसरिगनि,10 रिमसगनि, मरिसगनि, सगमरिनि. गसमरिनि, समगरिनि, मसगरिनि, गमसरिनि, मगसरिनि, रिंगमसनि, गरिमसनि,२० रिमगसनि, मरिगसनि, गमरिसनि, मगरिसनि, सरिगनिम, रिसगनिम, सगरिनिम, गसरिनिम, रिगसनिम, गरिसनिम.3° सरिनिगम, रिसनिगम, सनिरिगम, निसरिगम, रिनिसगम, निरिसगम, सगनिरिम, गसनिरिम, सनिगरिम, निसगरिम,° गनिसरिम, निगमरिम, रिगनिसम, गरिनिसम, रिनिगसम, निरिगसम, गनिरिसम, निगरिसम, सरिमनिग, रिसमनिग,° समरिनिग, मसरिनिग, रिमसनिग, मरिसनिग, सरिनिमग, रिसनिमग, सनिरिमग, निसरिमग, रिनिसमग, निरिसमग, समनिरिंग, मसनिरिग, सनिमरिग, निसमरिग, मनिसरिंग, निमसरिग, रिमनिसग, मरिनिसग, रिनिमसग, निरिमसग, मनिरिसग, निमरिसग, सगमनिरि, गसमनिरि, समगनिरि, मसगनिरि, गमसनिरि, मगसनिरि, सगनिमरि, गसनिमरि, सनिगमरि, निसगमरि, गनिसमरि, निगसमरि, समनिगरि, मसनिगरि, सनिमगरि, निसमगरि, मनिसगरि, निमसगरि,°° गमनिसरि, मगनिसरि, गनिमसरि, निगमसरि, मनिगसरि, निमगसरि, रिगमनिस, गरिमनिस, रिमगनिस, मरिगनिस,10° गमरिनिस, मगरिनिस, रिगनिमस, गरिनिमस, रिनिगमस, निरिगमस, गनिरिमस, निगरिमस, रिमनिगस, मरिनिगस,1° रिनिमगस, निरिमगस, मनिरिगस, निमरिगस, गमनिरिस, मगनिरिस, गनिमरिस, निगमरिस, मनिगरिस, निमगरिस.12° (४) सरिगपध, रिसगपध, सगरिपध, गसरिपध, रिगसपध, गरिसपध, सरिपगध, रिसपगध, सपरिगध, पसरिंगध, रिपसगध, परिसगध, सगपरिध, गसपरिध, सपगरिध, पसगरिध, गपसरिध, पगसरिध, रिगपसथ, गरिपसध, रिपगसध, परिगसध, गपरिसध, पगरिसध, सरिगधप, रिसगधप, सगरिधप, गसरिधप, रिगसधप, गरिसधप,३० सरिधगप, Scanned by Gitarth Ganga Research Institute
SR No.034227
Book TitleSangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
PublisherAdyar Library
Publication Year1943
Total Pages458
LanguageSanskrit, English
ClassificationBook_Devnagari & Book_English
File Size220 MB
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