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राजा-रानी चर्चा करते हुए......
स्वामी | मैंने रात्रि के अन्तिम प्रहर में सुखद सोलह सपने . देखे। सपनों का फल
बताईये।
देवी त्रिशला। तुम महान पुत्र की मां बनने वाली हो। हमारा पुत्र संसार का कल्याण करेगा।
बहुत प्रसन्न हूं यह हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है।
चैत्रसुदी १३ के दिन वर्द्धमान (महावीर) का जन्म हुआ। मनुष्य,देवी, देवता सब खुशियां मनाने लगे।
Sen
पुत्रजन्म परवर्द्धमान का जन्म संसार के लिए,सुख, शान्ति वस्त्राभूषण दाज का संदेश लेकर आया है। दिये,खुशियां मनाई.......
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