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मुनि-रक्षा
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रेखांकन: बनेसिंह
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एक समय कीबात है। महामुनि विष्णुकुमार जी धरणीभूषण पर्वतमाला के उच्च शिखर पर शान्तचित्त से तपस्या कर रहे थे।
उस काल में भारत के धर्म प्रधान नगर उज्जैन में महाराज श्रीबर्मा राज्य करते थे। वे जैनधर्म के अनुयायी थे, विश्वमैत्री और परोपकार की भावना के पोषक थे। उनके दरबार में चतुर किन्तु चालाक चार मन्त्री थे। उनके नाम क्रमश: बलिचन्द्र,वृहस्पतिकुमार, प्रहलादचन्द्र और नमुचिकुमार थे। ये चारों मन्त्री सत्यासत्य का भेद किये बिना ही अपनी स्वार्थसिद्धि हेतु तत्पर रहते थे।जो जन उन्हें जानते थे, वे उन्हें मिथ्यात्वी मानते थे।
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