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Vikrant Patni JHALRAPATAN
जैन चित्र कथा
भगवान महावीर ने उन्हें दीक्षा लेने की अनुमति दे दी तब उन जीवधर महाराज ने श्री महावीर स्वामी के निकट घोर तपश्चरण किया।
और अन्त में केवलज्ञान प्राप्त करके श्रीजीवंधर स्वामी ने मोक्ष प्राप्त किया।
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इति शुभम्