________________ सिरिजिणमाणिक्कविरइअं अणंतहंसविरहों वा // सिरिकुम्मापुत्तचरिअं॥ volcan नमिऊण वद्धमाणं असुरिंदमुरिंदपणयपयकमलं / कुम्मापुत्तचरित्तं वोच्छामि अहं समासेणं // 1 // रायगिहे वरनयरे नयरेहीपत्तसयलपुरिसवरे / गुणसिलए गुणनिलए समोसढो वद्धमाणजिणो // 2 // 'देवेहि संमोसरणं "विहिअं बहुपावकम्मओसरणं / मणिकणयययसौरप्पायारपहापरिप्फुरिअं // 3 // तत्थ निविठ्ठो वीरो कणयसरीरो समुद्दगंभीरो / दाणाइचउँपयारं कहेइ धम्मं परमरम्मं // 4 // दाणतवसीलभावणभेएहि चउव्विहो हवइ धम्मो / सव्वेसु तेसु भावो महप्पभावो मुणेयव्वो // 5 // भावो भवुदहितरणी भावो सग्गापवग्गपुरंसरणी। भवियाणं मणचिंतिअअचिंतचिंतामणी भावो // 6 // भावेण कुम्मपुत्तो अवगयतत्तो य अगहियचरित्तो। गिहेवासे वि वसंतो संपत्तो केवलं नाणं // 7 // 1 अ. पुत्तस्स चरिय; छ. पुत्तचरियं. 2 अ. रेखा. 3 ट. देविंद. 4 ब. समवसरणं. 5 अ. विविहं. 6 क ख च. रयणसारं. 7 ज त ब. सारप्पाकार. 8 छ ट ब चउप्पयारं. 9 ख. पुरिसरणी. 10 अ क ग ब. अवगयतत्तो अगहिअचारित्तो; त. अवगयतित्तो अगहिय. 11 ग. गिहिवासे.