________________ समीक्षार्थ सम्यग्दर्शन के निर्णय में शुद्धात्मानुभूति का संबंध अपरनाम अविरत सम्यक्त्वी के शुद्धात्मानुभूति की सप्रमाण सिद्धि (चारों अनुयोगों के आधार पर संकलन ) संकलनकर्ता प.पू.अध्यात्मयोगी स्व.श्री१०८वीरसागरनी महाशन की पावन स्मृति में विनम्र श्रद्धांजली - 10.3.07 जन्म - 5 मई 1948 - अकलूज, यम सल्लेखना - 10 मार्च १९९३-कुंथलगिरि प्रकाशन - 5 वी आवृत्ति -प्रतियाँ 1000, वीर नि. संवत् 2533, ई. स.२००७ प्रकाशक, प्राप्ति स्थान - संपादिका धर्ममंगल - प्रा.सौ. लीलावती जैन, 1 सलील अपार्ट., 57, साने वाडी , औंध-पुण_411 007. फोन - 020- 2588 7793