________________ अनन्तरमहं मन्ये] श्लोकपादसूची [अनन्यचेताः सततं अनन्तरमहं मन्ये 1. 46. 36". अनन्तरं च काम्बोजः 7.63.25d. अनन्तरं च कुरुभिः 1. 133*. 1 pr. अनन्तरं च द्रौपद्या 1. 107*. 1 pr. अनन्तरं च निहते 9. 23. 234. अनन्तरं च राजानं 15.31. 11t. अनन्तरं च राधेयः 3. 228. 3d. अनन्तरं च सुपुपुः 2.500*. 1 pr. अनन्तरं तथा कुर्याः 12. App. 19. 140 pr. अनन्तरं तथान्येषां 13. App. 15. 4561 pr. अनन्तरं त्वया चाहं 12. 137.54. अनन्तरं देवदेवं 12. App. 17C. 64 pr. अनन्तरं ब्राह्मणेभ्यः 14.91.25". अनन्तरं ययातिस्तु 1. 78. 26. अनन्तरं स पाण्डुश्च 15. 31*. 1 pr. अनन्तरं सहस्रेण 12.636*. 1 pr. अनन्तरं हि पितरं 15. 32*. 1 pr. अनन्तरः क्षत्रियस्य 12. 128. 169. अनन्तराशिनो ये तु 14. App. 4. 800 pr. अनन्तराशी यश्चापि 14. App. 4. 1386 pr. अनन्तरिक्षे लोकेऽस्मिन् 3. 186. 30, 780. अनन्तरूपा ध्वजिनी त्वदीया 6. 20. 200. अनन्तरूपोऽनन्तश्री: 13. 135. 113". अनन्तरूपो नैकात्मा 13. 17. 1324. अनन्तविजयं राजा 6. 23. 160; 47. 26.9. 374*.2 pr. अनन्तविदितप्रज्ञ 6. 61. 490. अनन्तवीर्यामितविक्रमस्त्वं 6. 33. 40deg. अनन्तवीर्येण च केशवेन 8. 37. 47. अनन्तवेगो भुजगः 4. App. 45.55 pr. अनन्तशयनं देवं 2. App. 21. 266 pr. अनन्तश्च तथैव सः 12. App. 17A. 99 post. अनन्तश्च महानागः 2. 101.2 pr. अनन्तश्च महाबलिम् 12. App. 17A. 92 post. अनन्तश्च स एवोक्तः 13. App. 16. 112 pr. अनन्तश्चास्मि नागानां 6. 32. 294. अनन्तसेनो भगवान् 1. App. 55.55 pr. अनन्तस्य महाबाहो 7. 1410*.8pr. अनन्तस्य हरेः शुद्धं 12. App. 30.29 pr. अनन्तं तपतां गतिम् 10. 7.1. अनन्तं दीप्ततेजसम् 2. App. 21. 266 post. अनन्तं नोपशाम्यति 12.212. 14". अनन्तं परतोऽच्युतम् 12. 290.99". अनन्तं पुण्यलोकं तु 3. App. 21A. 31 pr. अनन्तं पुरुषोत्तमम् 13. 135. 4'. अनन्तं प्रतिपद्यते 12. 167. 200; 199. 25d. अनन्तं बत मे वित्तं 12. 17. 18"; 171. 560; App. 19. pr. अनन्तं ब्रह्म सत्यं च 13.397*. 1 pr... अनन्तं लोकभावनम् 12. App. 20. 107 post. अनन्तं लोकसाक्षिणम् 12. Ap. 17B.7 post. अनन्तं वापि कस्यचित् 12.220. 43. अनन्तं विश्वतोमुखम् 6. 33. 11. 7. App. 18. 29 post. अनन्तं विषुवे भवेत् 3. App. 21A. 259A1 post. अनन्तं शाश्वतं देवं 14. 23*. 1 pr. अनन्तं शुद्धमव्रणम् 12. 304. 16". अनन्तं सर्वतोमुखम् 12. App. 17A. 30 post. अनन्तः कपिलश्चैव 13. App. 18. 86 pr. अनन्तः कपिलो भानुः 3. 19*. 2 pr. अनन्ता अधना एव 12. 19.12. अनन्तानि महामते 14. 183*. 1 post. अनन्तान्पुरुषोऽश्नुते 12. 226. 104. अनन्तान्स महीपतिः 12. 226. 184. अनन्ताय शिवाय च 13. App. 6. 30 post. अनन्ता ह्यक्षया नित्य 13. App. 14. 492 pr. अनन्तां चाश्नुते श्रियम् 3. 81. 474. अनन्तेन महात्मना 7. 1142*.9 post. अनन्तेनाप्रमेयेन 3. 36. 1. अनन्तेऽभिप्रयाते तु 1. 381*. 1 pr. अनन्तो द्वादशभुजः 9. 44. 52. अनन्तो नागराजश्च 13.699*. 1 pr. अनन्तो भक्तवत्सलः 14. 198*.3 post. अनन्तो भगवान्देवः 1. 16. 14. 18. 5. 200. अनन्तो भगवान्विभुः 12. 80*.5post. अनन्तो भुजगेषु च 13. 14. 1581. अनन्तोऽहं बृहत्तरः 12. App. 17A. 21 post., 40 post. अनन्तो हुतभुग्भोक्ता 13. 135. 1086. अनन्त्यं तं सुखं मत्वा 12. 105.59. अनन्दनमधर्मज्ञं 5. 131.4. अनन्दन्त पूजयश्चाद्यदेवम् 16.23.2. अनन्यकर्म देवं हि 7. 127. 22. अनन्यकर्मा स्त्रीदोषान् 13. 289*. 2 pr. अनन्यकार्याः शुचयः 13. App. 3A. 427 pr. अनन्यचित्तः सह सोदरीयः 12. 270.31. अनन्यचित्ता सुमुखी 13. 131. 336, 37deg. अनन्यचेता ध्यायस्व 13. App. 13. 23 pr. अनन्यचेताः सततं 1. 399*. 1 pr. 6. 30. 14". - 87 -