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________________ कुरुक्षेत्रे रणाजिरे] महाभारतस्थ [ कुरुपाण्डवयोर्बले कुरुक्षेत्रे रणाजिरे 15. 39.78. कुरुक्षेत्रेऽवसद्राजन् 13. 2. 39. कुरुक्षेत्रे वसाम्यहम् 3. 81. 24, 176. 9. 302*. 1 post., 3 post. कुरुक्षेत्रे समागताः 11. 8. 25deg. कुरुक्षेत्रे सरस्वती 13. 234*. 6 post. कुरुक्षेत्रे स्थिते यत्ते 6. 1. 23. कुरुक्षेत्रे हिरवतीम् 5. 149.73%. कुरुचेदिवृषौ तदा 2. 26. 13. कुरुजाङ्गलमुख्येषु 1. 191, 90. कुरु तस्यानुजैः सह 1. App. 72. 49 post. कुरु तस्येति कौरव 1. 120. 6. कुरुतः कुरुसत्तम 3. 829*.2 post. कुरु तात वचोऽस्माकं 1. 1791*. 1 pr. कुरुतां चिरसंभृतम् 8. App. 25.9 post. कुरुतां मा विचारय 12. 389*. 1 post. कुरुतां स्वस्ति तेऽनघ 7.69. 44.. कुरुतीर्थ कुरूद्वह 3.81. 144.. कुरु तीर्थाभिषेकं च 12. App. 30. 33 pr. कुरुतीर्थे नरः स्नात्वा 3. 81. 144". कुरु तूर्णं वचो मम 1. 139. 100. कुरु तृप्तिं यथाकामं 13. App. 20. 370 pr. कुरु तृप्तिं यथेप्सिताम् 13. App. 20. 202 post. कुरुते कदनं पश्य 7. 627*. 3 pr. कुरुते कदनं बली 7. 30. 29. कुरुते कन्यका सताम् 5.95.16. कुरुते कर्म पूरुषः 3. 33. 34. कुरुते कर्म वैदिकम् 14. App. 4. 1556 post. कुरुते कर्म सुमहत् 7. 152. 9. कुरुते कार्यमुत्तमम् 2. 18. 16. कुरुते किंचिदुल्बणम् 12. 94. 4. कुरुते गालवस्तदा 5. 105.1". कुरुते तत्र मोहितः 12. 190.8. कुरुते देहयापनम् 3.246.60. कुरुते द्विजसत्तम 3. 1026*. 1 post. कुरुते द्वेष्यतामेति 15. 3. 13. कुरुते धर्मसिद्ध्यर्थ 12. App. 2. 29 pr. कुरुते पञ्च रूपाणि 12.68. 41". कुरुते पाकशासनः 13. 40. 38. कुरुते बुद्धिवैकृतम् 10. 3. 12. कुरुते बुद्धिसप्तमैः 12. 187. 41'. कुरुते भैरवं नादं 7. 168. 26. कुरुते मद्गतात्मना 14. App. 4. 815 post.; 1411 post., 1419 post., 1437 post., 1444 post. कुरुते मायया प्रभुः 12. App. 20. 104 post. कुरुते मूढमेवं हि 12. 14. 34". कुरुते मे भुवि स्थिता 7. 28. 24. कुरुते यत्नमुत्तमम् 4. 269*. 3 post. कुरुते यद्यदिच्छति 13. 1. 67. कुरुते यश्च मोहितः 12. 190. 6. कुरुते यादृशं कर्म 12. 229. 15. कुरुते रणमूर्धनि 7. 155. 25. कुरुते वज्रभृत्स्वयम् 7. 12. 11.9. 30.5. कुरुते वासमेव वा 11.7.30. कुरुते वितमस्कर्मा 3. 160. 24. कुरुते वृत्तिकर्शितः 13. 61. 16. कुरुते वै शुभाशुभम् 3.33.20%. कुरुते स पुनः पुनः 13. App. 11. 420 post. कुरुते संचयं महत् 3. 181. 234. कुरुते स्वयमात्मनः 12.72. 15. कुरुते स्वस्तिमान्सदा 13.697*. 4 post. कुरु त्वमात्मनो गुप्तिं 7. 86. 26deg. कुरु त्वं चिरकारिक 12. 258. 54. कुरु त्वं मा विचारय 1. 165. 200. कुरु त्वं यदि मन्यसे 7. 476*. 4 post. कुरु त्वं सर्वकृत्यानि 7. 123. 150. कुरुदारेषु सर्वशः 3. 237.7. कुरुदाशार्हनन्दनौ 1. 214. 26deg. कुरु दुष्कुलसंभव 7. 917*. 5 post. कुरु देवि प्रियं देवि 13. App. 15. 4472 pr. कुरु धर्ममधर्म वा 12. 192. 96. कुरु धर्मविनिश्चयम् 3. 131. 12. . कुरुध्वमुदकं तस्य 11. 27. 11". कुरुध्वं नरसत्तमाः 5. 149.3. कुरुध्वं विक्रमे बुद्धिं 3. 221. 40deg. कुरुध्वं सर्वकार्याणि 14.77. 4. कुरुवं हितमात्मनः 14.77. 11'. कुरु नः साह्यमुत्तमम् 1.71. 11. कुरु नैःश्रेयसं परम् 12. 148. 190. कुरु पत्याश्रितं हितम् 13. App. 15. 4527 post. कुरुपाञ्चालसृञ्जयाः 8.577*. 1 post, कुरुपाण्डवकारणात् 5.5. 16. कुरुपाण्डवयोधयोः 8. 994*. 1 post. कुरुपाण्डवयोरभूत् 1. 55. 4. कुरुपाण्डवयोरर्थः 1. App. 70. 4 pr. कुरुपाण्डवयोर्बले 7.78. 44. - 768 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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