________________ किष्किन्धोपवने तदा] श्लोकपादसूची [किं कार्यमिति चाब्रवीत् किष्किन्धोपवने तदा 3. 266.74. किष्कूणां च त्रयोदश 3. 126. 294. किं. कत्थसे कालपरीतबुद्धे 5. 61.7. किं कथितेन बहुधा 9. 32. 46deg; 55. 36". किं कनिष्ठे तपस्विनि 1.224.24. किंकरप्रतिमं महत् 16. 2. 154. किंकरः सर्वकारी च 12 234. 19. किंकरा जहसुभृशम् 2. 43. 6. किंकराणां ततः पश्चात् 14.64. 5. किंकरा नाम राक्षसाः 2. 3. 250%; 44.8deg; 37*. 1 post. 13. App. 1A. 221 post. किंकरा भ्रातरः सर्वे 12. 124.9. किंकरा मृत्युदण्डाश्च 14. App. 4. 1085 pr. किंकरा राजचोदिताः 2. 46. 31; App. 32. 12 post. किंकरा रौद्रदर्शनाः 14. 62. 15. किंकराश्च सभापालाः 2. 454*. 1 pr.; App. 32. 4 pr. किंकराश्च सुयोधनम् 2. 422*. 1 post. किंकराः पाण्डुनन्दन 4.764*. 4 post. किंकराः स्मोपतिष्ठन्ति 15. 1. 22deg. किं करिष्यति गाण्डीवं 8. 57*.8 pr. किं करिष्यति चार्जुनः 4. 47*. 40 post. किं करिष्यति दुर्जनः 5, 175*. 3 post. किं करिष्यति पाञ्चाली 4. 91*. 1 pr. किं करिष्यति राक्षसी 1. App. 87. 21 post. किं करिष्यथ शोचित्वा 12. 149. 400. किं करिष्यन्ति पाण्डवान् 1. App. 110. 12 post. किं करिष्यन्त्यचेतसः 12. 227. 174. किं करिष्यसि पाण्डव 4. 1. 17t. किं करिष्यसि फल्गुन 3. 165. 16. किं करिष्याम इत्युत 16. 1. 84. किं करिष्यामहे राजन् 1. App. 68. 44 pr. किं करिष्यामहे विभो 12. 553*. 11 post. किं करिष्यामि तहि 12. App. 15. 93 pr. किं करिष्यामि ते नष्टाः 1. App. 95. 38 pr. किं करिष्यामि शोचती 1. 2145*.2 post. किं करिष्याम्यनेन वै 10. 17. 244. किं करिष्याम्यहं त्वया 14. 66. 14. किंकरीव स्थिता ह्यहम् 4. 391*. 1 post. किंकरैः सह रक्षोमिः 2. 3. 16. किं करोतु प्रशाधि माम् 5. 33. 44. किंकरोद्यतदण्डेन 8. 34. 20deg. किंकरोद्यतपाणिनम् 6. 31. 476. किं करोमि किमिच्छसि 12. 142. 24. किं करोमि व गच्छामि 4. 16. 3. किं करोमि च ते कामं 6. 344*. 4 pr. किं करोमि जगन्नाथ 3. App. 25. 100A 1 pr.. किं करोमि प्रशाधि माम् 3. 198. 12. 13. 119. 17. किं करोमि प्रियं तव 12. 349. 94. किं करोमि ब्रवीहि मे 4.40. 154. किं करोमि शुचिस्मिते 5. 15. 64. किं करोमीति चाब्रवीत् 1. 1206*. 3 post.; 2003*. 1 post. 3. 239. 224. 6. 116. 154. 12. 345. 54. 13. 94.414. किं करोमीति चोवाच 5.9. 44. किं करोमीति ताः स्कन्दं 3.217.6. किं करोमीति शंकरः 13. 14.58'. किं करोमीत्यभाषत 1. 1987*. 6 post. किं करोमीत्युवाच ताम् 13. 21.74. किं करोम्यद्य केशव 5. App. 4. 3 post. किं करोम्यवशो राज्ञि 3. 290. 10. किं करोम्यहमार्याणां 1. 1569*. 3 pr. किं करोषि च त्वं राजन् 7.454*.2 pr. किं कर्तव्यं पितामह 13. App. 14. 2 post. किं कर्तव्यं मनुष्येण 13. 13. 1". किं कर्तव्यं मया भवेत् 12. 308*.2 post. किं कर्म किमकर्मेति 6. 26. 16%: किं कर्म चात्राचरसि द्विजोत्तम 4. 180*.74. किं कर्म तेनाचरितं 2. 11. 49". किं कर्म दूषयत्येनं 12. 285. 31". किं कर्म पुरुषः कृत्वा 12. 279.24. किं कर्म पुरुषोत्तम 6. 30. 1. किंकर्माणौ च कौ च तौ 5. 94. 134. किं कश्मलं प्राविशः पार्थ घोरम् 8. 729*. 2. किं कष्टमनुपश्यामि 12. 280.8". किं कस्य धर्मचरणं 12. 184. 50. किं कारणमिहायातः 1. 998*. 5 pr. किं कारणं कार्तयुगप्रधान 1. 85.1. किं कारणं जरत्कारोः 1. 36. 2". किं कारणं प्रवेक्ष्यामः 1. App. 48.61 pr. किं कारणं मया मातः 1. 23. 89. किं कारणं महाप्राज्ञ 12. App. 19. 1 pr. किं कार्यमद्यावमतस्य वीर 8. 49. 1056. किं कार्यमवशिष्टं वः 5. 16. 200. किं कार्यमवशिष्यते 3. 241. 14. 5.71. 31. 12. 69.1%3; ___129. 30,903; 172. 136. कि कार्यमिति चाब्रवीत् 2..311*. 10 post. ; App. 15. 98 post. -73 -