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________________ कंचित्कालं व्रतपरः] श्लोकपादसूची [कः कस्येत्यभिनिश्चितः कंचित्कालं व्रतपरः 13. 53. 55deg. कंचित्कालं शुचिस्मिता 1. 57. 556. कंचित्कालं स तिष्ठति 13. App. 15. 2443 post. कंचित्कालं स्त्रियं किल 5. 190. 136. कंचित्कालं हिताय ते 12. 30. 10.. कंचित्तत्र वनान्तरे 15. 33. 21". कंचित्पश्यामि वासव 1. 83. 24. कंचित्पश्याम्यहं शुभे 15. 44. 32d. कंचित्सदृशमात्मनः 1. 95. 6". कंचिदन्यमचिन्तयन् 5. 94. 84. कंचिदन्यं धनुर्धरम् 7. 38. 13. कंचिदन्यं प्रजापतिः 7. App. 8. 422 post. कंचिदन्यं ममाग्रतः 6. 103. 81'. कंचिदर्थमनर्थज्ञः 12. 349. 13. कंचिदर्थमभिप्रेत्य 12. 308. 82deg. कंचिदस्योपवर्णय 12. 106. 22deg. कंचिदूषुर्नरर्षभाः 1. 476*. 18 post. कंचिदेव नरेश्वरम् 8. 114*.2 post. कंचिदेव निशामय 8. 233*. 2 post. कंचिद्गजं समुरिक्षप्य 8. 840*. 3 pr. कंचिद्देश मितः प्राप्य 3. App. 4. 47 pr. कंचिद्यौधिष्ठिरे बले 6. 112. 82f. कंचिद्वाजर्विवंशजम् 5. 112. 54. कंचिनान्यमचिन्तयम् 3. 178. 334. कंचिन्नासादयामास 3. 127.39. कंचिन्मुनिमुपस्थितः 12. 345. 14. कंचिन्मेने प्रजापतिः 12. 29. 38. के तमुत्पाटयाम्यहम् 8. 935*. 2 post. कं तं समनुपश्यसि 12. 348. 1. कं तु कर्मोदयं दृष्ट्वा 13. 143. 1. कं ते कामं तपसा साधयामि 14. 10. 16. कं तोषयितुमर्हसि 12. 140. 23. कं त्यजे घातयामि वा 4. 341*. 1 post. के त्वद्य यजसे देवं 12. 321. 26deg. कं त्वमर्थमभिप्रेप्सुः 1. 39. 12. के धर्ममनुपश्यसि 5. 93. 284. कं नु जह्यामहं पुत्रं 1. 221. 6deg. कं नु पृच्छामि दुःखार्ता 3. 61. 27. कं नु लोकं गमिष्यामि 14. 20. 30. कं नु सेनाप्रणेतारं 7. 5.70. के ब्रह्महत्या न दहेदपीन्द्रम् 1.71. 39'. कं भवन्तमहं विद्यां 5.9.280. कं वा कर्मोदयं मत्वा 13. 137. 1'. कं वा कामं त्वमिच्छसि 6. 344*. 4 post. कं वा कामं ददाम्यद्य 13. 16. 70*. कं वा कोशति किं वदेत् 12.205.94. कं वा त्वं मन्यसे तेषां 7.61. 350. कं वा प्रीणयते देवं 13. App. 14. 59 pr. कं वा समनुगच्छति 13. App. 14. 63 post. कं वा साद्योपतिष्ठति 3. 64. 100. कंसकालीयसूदनः 1. App. 80. 30A 9 post. कंस केशिनिषूदनम् 3. 15. 10. कंसदासस्य दायाद 9. 60. 27". कंसपुत्रं तदा नृप 2. App. 6. 68 post. कंसभार्या जरासंधं 2. 13. 45. कंसभृत्ये विशेषतः 5. App. 9. 108 post. कंसभ्रातृपुरःसरः 2. App. 21. 907 post. के समारूढवान्रथम् 7. 122. 36deg. कंसमेकं परित्यज्य 5. 126. 39". कंसरोषमहावेगां 2. App. 21. 911 pr. कंसविद्रावणकरी 4. App. 4C. b pr.; App. 4D. b pr.; App. 4E. 5 pr.; App. 4F.7 pr.; App. 4G. 5pr. कंसश्चारिष्टमाचरन् 5. 128. 46". कंसस्तात युधिष्ठिर 2. App. 21. 890 post. कंसस्तु शस्त्रास्त्रबलः 2. App. 21. 885A 2 pr. कंसस्य केशिनश्चैव 2. App. 28. 148 pr. कंसस्य निधनार्थाय 12. App. 6. 32 pr. कंसस्य पुण्डरीकाक्षः 13. App. 16. 237 pr. कंसहन्ता युधिष्ठिर 2. App. 21.918 post. कंसहेतोर्हि यद्वैरं 2. 165*.2 pr. कंसं केशिं तथाकूरं 12. 844*. 1 pr. कंसं च मधुसूदनः 2. App. 21. 1581 post. कंसं चैद्यं च माधवः 5. 66. 4. कंसाख्यादीन्देवशत्रूश्च सर्वान् 16. App. 1. 3. कंसादीनिजघानाजौ 2. App. 21. 591 pr. कंसामात्यौ निपातितो 2. 18.1. कंसासुरभयंकरि 4. App. 4G. 30 post. कंसोद्वहसि देवकीम् 2. App. 6. 23 post. कंसो नाम महासुरः 18. 28*.5 post. कंसो निर्मथ्य बान्धवान् 2. 13. 29. कंसो भूमिपतिस्तदा 2. App. 6. 20 post. कः कथं वा पितामह 12. 170. 1". कः करोति बिभर्ति वा 12. 28. 334. कः कस्य चोपकुरुते 12. 281. 1". कः कस्येत्यभिनिश्चितः 12. 277.24. - 685
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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