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________________ कस्माच्चिदानयोगाद्धि] लोकपादसूची [कस्माद्वेदविदां वर कस्माच्चिदानयोगाद्धि 3. 178.5". कस्माञ्चिरायितोऽसीति 1. 699a*. 1 pr. कस्माच्छक विषीदसि 12. 272. 224. कस्माच्छोचथ निश्चेष्टं 12. 149. 29. कस्माच्छोचसि ताशूरान् 11. 8. 16. कस्माच्छोचसि पुत्रक 2. 43. 11%3; 46. 150; App. 31. 2A 1 post. 12. 124. 100. कस्माच्छोचसि भारत 11. 8. 146. कस्माच्छोचसि शत्रुहन् 3. 240. 37. कस्माच्छृसिषि चातुरा 1.73. 17". . कस्माजानन्विमुह्यसे 13. 138. 14. कस्माजीवेद्धनंजयः 5. 54. 53. कस्मात्कमनुशोचेयं 12. 28. 40deg. कस्मात्कर्म चिकीर्षसि 3. 131. 1. कस्मात्किमनुशोचसि 12. 307. 136. कस्मात्को विषमं दुःखं 13. App. 3. 108 pr. .. कस्मात्क्षमसि पार्थिव 3. 96*. 1 post. कस्मात्तस्मान्मादृशी नोद्विजेत 1. 65. 39". कसात्तात तवायेह 14.55. 14. कस्मात्ते पुत्रकाद्य वै 13. 144. 39. कस्मात्ते बुद्धिरीदशी 1. 187.274. कस्मात्ते विषयं भागं 13. 47. 29". कस्मात्तैस्तैर्निषेवितः 12. 13*. 2 post. कस्मात्रयीधर्मपरैः 13. App. 14. 38 (subst.) 28 pr. कस्मात्त्वपचितिं यान्ति 12. 137. 50deg. कस्मात्त्वमनृतं वाक्यं 12. 192. 70deg. कस्मात्त्वं हृतवानसि 13. 644*. 1 post. कस्मात्त्वा मन्युराविशत् 8. 49.5*. कस्मात्परिभवेन्मूढः 3. 1002*. 1 pr. कस्मात्पश्चान्मनोऽभवत् 14. 21. 5. कस्मात्पुत्रान्प्रियान्हित्वा I. App. 68. 23pr. कस्मात्प्रतिनिवृत्तोऽसि 13. 28. 18. कस्मात्प्रसाद भगवान् 13. 15. 1.. कस्मात्प्रायोपवेशनम् 3. 240. 2. कस्मात्स न विजेष्यते 4. 1083*. 2 post. कस्मात्समाने बहुलाप्रदाने 13. 76. 99. कस्मात्सरस्वती ब्रह्मन् 9. 26. 37. कस्मात्सर्वान्समुत्सृज्य 7. 157. 1. कस्मात्संतापमष्टकाई भजेयम् 1. 84. 11'. कस्मात्सौम्य भुजगे न क्षमेयं 13. 1. 22deg. कस्मादद्य सुमन्दधीः 5. 193. 344. कस्मादन्नानि पानानि 5. 89. 13. कस्मादन्योन्यमिच्छन्ति 11. 12*. 6 pr.; 17*. 8 pr. . कस्मादयं नाम निसृष्टकामः 2. 60. 43. कस्मादयं रामजनार्दनौ च 3. 120. 4. कस्मादर्चितवानसि 2. 34.8". कस्मादर्जुन ब्राह्मणम् 13. 138. 13. कस्मादशक्ता निर्जेतुम् 5. 54. 44deg. कस्मादहं न क्षमेयं 12. 83. 21deg. कस्मादाददते चैव 12. App. 29D. 12 pr. कस्मादार्शससे भक्ष्य 12. 8. 80. कस्मादिच्छन्ति रोगिणे 12. 137. 52. कस्मादुद्विजसे गवाम् 13. 104. 3. कस्मादुपालन्धुमिहार्हसि त्वम् 8. App. 22. 16. कस्मादुपेक्षां कुरुषे किरीटिन् 8. 1051*. 9. कस्मादेते प्रविद्रुताः 7. 98.29. कस्मादेव विलपतीं 14. 60. 30deg. कस्मादेवं प्रभाषसे 1. 68. 24. कस्मादेवंविधा भूत्वा 3. 123. 80. . कस्मादेवं विमूढस्त्वं 1.7. 19".. कस्मादेवं व्रजन्ति ते 2. 71.8d. कस्मादेषां कलहो नात्र मूछेत् 5. 29. 34. कस्मादोषधिसंपत्तिः 13. App. 5.57 pr. कस्माद्गच्छथ निघृणाः 12. 149. 164. कस्माद्गच्छथ निर्दयाः 12. 149. 474. कस्माद्गृह्णासि मे वस्त्रं 1. 73. 8". कस्माद्गोरजसा ध्वस्त 13. 104. 4deg. कस्माद्दानं सुवर्णस्य 13. 83. 8". कस्माद्दास्ये रता ह्यसि 4. App. 14. 14 post. कस्माद्देवासुराः पूर्व 12. 137. 51". कस्माद्धर्मेऽपरानुयुः 4. 47. 6".. कस्माद्धर्मोऽस्ति कर्तृषु 12. 137. 53d. कस्माद्धित्वा न गच्छथ 12. 149. 56. कलाद्धमवुनबारे 3. pp. it. spr. कस्माद्वालो वृद्ध इवावभाषसे 3. 133. 10". कस्माद्भवानद्य बिभेद यानं 12. App. 17A. 17. कस्माद्भवान्महाखङ्गं 8. 49.6deg. . . कस्माद्भूतानि जीवन्ति 12. 270. 32".... कस्माद्यासि पराङ्मुखः 3. 19.5deg. कस्माधुनक्षि सारथ्ये 8. 23. 29deg. कस्माद्रोदिषि शोभने 4. 16. 38". कस्माद्वज्रहतो यथा 5. 181. 11d. कस्माद्वर्णो विभज्यते 12. 181.74, 8t. कस्माद्वागभवत्पूर्व 14. 21. 5. कस्माद्वाहृतवानसि 13. 139. 171. कस्माद्वेदविदां वर I. 413*. 1 post. पादसूची-86 -681 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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