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________________ कलहाश्च वृकोदर] श्लोकपादसूची [कलिङ्गानां महाचमूम् कलहाश्च वृकोदर 3. 232. 2. कलहांश्च विवादांश्च 13. App. 15. 3048 pr. कलहो न भविष्यति 2. 45. 53. कलं मधुरभाषिणः 1. 604*. 2 post. कला काष्ठा त्रुटिस्तथा 1.21. 14. कलाकाष्ठान्तकं तथा 14. App. 4. 1585 post. कला काष्ठा मुहूर्ताश्च 3. 3. 22deg. कला काष्ठा लवो मात्रा 13. 17. 1380. कला काष्ठा सरस्वती 6. App. 1. 23 post. कला धर्मस्य षोडशी 12. 259. 336. कलानामपि जन्तवः 12. 308. 1254. कलानां कश्चिदिच्छति 12. 308. 113. कलानां पृथगर्थानां 12. 308, 121". कलापकावक्षमाला यथेयम् 3. 112.54 कलापग्राममाविशन् 16.50*.2 post. कलापरचिताटोपान् 3. 155.56%. कलापं च महौजसम् 2. 406*.7 post. कलापः कठ एव च 2. 4. 151. कलापानि धनूंषि च 3. 154. 4. कलापानिषुधीस्तथा 8. 14. 286. कलापाश्च महाधनाः 6. 92. 47. कलापांश्च महाधनान् 4.5. 24deg. कलापिनश्चापहस्ताः 8. 8. 18%. कलापो ह्येष तस्यासीत् 4. 38. 51. कलामिय॑क्ततां गता 12. 308.115. कलाभिस्तिसभी राजन् 14. 91.2". कलामहति षोडशीम् 3. 89. 1903; 243. 3. 7. 35. 61. 8. 223*. 1 post. कलामर्हन्ति षोडशीम् 3. App. 24. 81 post. कलामष्टादशी प्राणैः 12. 150. 24. कलायपुष्पवर्णास्तु 7. 22. 52". कलायानथ मुद्गांश्च 13. 112. 62deg. कलायां जायतेऽजस्रं 12. 293.5% कलावधर्मः क्षितिमाजगाम 13. 143. 4. कलावधर्मो भूयिष्ठं 12. 70. 196. कलाश्चैता अधमस्येह पुंसः 5. 36. 186. कलासंभारसंभृतः 3. 203. 29. 12. 233. 17. कलासु नृत्ते च तथैव वादिते 4. 10. 11. कला नाहति षोडशीम् 2. 38. 26". कलां नार्हन्ति षोडशीम् 1. 94. 604. 3. 171. 34. 7. 86. 294. 8. 11. 28. 13. App. 15. 803 post., 1031 post., 2989 post., 4368 post. कलाः काष्ठा मुहूर्ताश्च 12. 135. 200. कलाः काष्ठाश्च वीर्यवान् 1. 80.8. कलाः काष्ठास्तथैव च 9. 44. 13. कलाः पञ्चदश त्यक्त्वा 12. 321. 38deg. कलाः पञ्चदशा योनिः 12. 293. 4". कलाः संख्यानतः स्मृताः 12. 308. 112. कलिङ्गकाश्चाङ्गका मागधाश्च 8. 30. 750. कलिङ्गप्रभवां चैव 6. 50. 94". कलिङ्गप्रमुखा नृपाः 7. 68. 32". कलिङ्गबाणाभिहतः 6. 50. 63%. कलिङ्गममिदुद्राव 6. 50. 65. कलिङ्गमवधीत्पार्थः 6. 50. 68. कलिङ्गराष्ट्रद्वारेषु 1. 207. 10. कलिङ्गबङ्गाङ्गनिषादमागधान् 8. 49. 79*. कलिङ्गवङ्गाङ्गनिषादवीराः 8. 12. 59. कलिङ्गवङ्गाधिपपाण्ड्यपौण्ड्राः 1. 1824*. 3. कलिङ्गविषयश्चैव 1. 1042*. 4 pr. कलिङ्गविषये राजन् 12. 4. 2. कलिङ्गशकुनौ राजन् 12. 253. 20. कलिङ्गश्चाप्युदायुधः 7. 52. 17'. कलिङ्गसहिता हताः 8. 4. 374. कलिङ्गस्ताम्रलिप्तश्च 1. 177. 12. कलिङ्गास्तु ततः क्रुद्धः 6. 50. 26deg, 28". कलिङ्गस्तु महेष्वासः 6. 50. 180. कलिङ्गस्य च स स्मृतः 1. 1042*. 3 post. कलिङ्गस्य महाबलौ 6. 50. 69. कलिङ्गस्य सुतो रणे 7. 130. 18. कलिङ्गस्य सुतो रथात् 6. 50. 22. कलिङ्गं च जनार्दनः 2. App. 21. 1563 post. कलिङ्गं दन्तवकं च 1. 178*. 9 pr. कलिङ्ग समचोदयत् 6. 49. 37. कलिङ्गः सह सेनया 6. 50.d. कलिङ्गाधिपतिर्वृतः 6. 67. 134. कलिङ्गाधिपतिं जित्वा 8. 870*. 2 pr. कलिङ्गानरिमर्दनः 6. 50. 74. कलिङ्गानां च समरे 6. 49. 40. कलिङ्गानां च सैन्येन 7. 130. 18. कलिङ्गानां जनाधिपः 6. 50.7deg, 23. कलिङ्गानां जनेश्वर 6. 49. 38. कलिङ्गानां तरस्विनाम् 6. 50. 60. कलिङ्गानां तु तं शूरं 7. 130. 20%. कलिङ्गानां दुरत्ययाम् 7. 116. 11'. कलिङ्गानां पुनः पुनः 6. 50. 75.. कलिङ्गानां महाचमूम् 6. 50. 4. -671 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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