________________ कर्णो मद्राधिपः कृपः] श्लोकपादसूची [कर्णी शब्दश्च चित्तं च कर्णो सदाधिपः कृपः 8. 51. 500. कर्णोऽमात्यः कुशली तात कच्चित् 5.23. 13.. कर्णो मानी न विव्यथे 7. 150. 38... कर्णोऽमुञ्चत फाल्गुने 1. 154*. 6 post. कर्णो मूलमिहार्जुन 8. 51. 60'. कर्णी यत्प्राहसत्तदा 3. 13. 113'.. . कर्णो यदभ्यवोचनः 4. 46. 50. कर्णो यादवनन्दनम् 7. 157:25. कर्णोऽथायाद्रुतं बहिः 1. 1872*. 11 post. कर्णो रणे मेघ इवोन्ननाद 8. 57. 500. कर्णो रथसहस्रेण 4. 899*. 3 pr.. कर्णो रथादवप्लुत्य 1. App. 78. 39A 2 pr. .. कर्णो राजन्महाबाहुः 8. 9. 30. . कर्णो राजन्महारथः 8. 435*. 1 post. कर्णो राजन्महेष्वासः 7. 1199*. 3 pr. . कर्णो राजन्युधां पतिः 4. App. 41. 1 post. कर्णो राजन्व्यकत्थत 7. 114. 80'. कर्णो राजन्व्यवस्थितः 8. 7. 15. कर्णो राजानमभ्यर्छत् 8.-32. 23. कर्णो राजानमब्रवीत् 4. 29. 14. कर्णो राजानमभ्ययात् 3. 227. 174.8.22.29. कर्णोऽरिगणसूदनः 1. 126. 34.8.56.5d...." कर्णोऽर्जुनं रणे हन्ता 8. 5. 92. .. कर्णो लघुपराक्रमः 4. 1107*. 1 post. ' कर्णो लोकानयं मुख्यान 8. 63.55. .. कर्णो वक्तुं न जानाति 4. App. 42. 26 pr. . कर्णो वचनमब्रवीत् 3. 226. 11. 5. 21.8 12:2. 94.. कर्णो वा जयतां श्रेष्ठः 8. 56. 20.. कर्णो वापि जघान तौ 8.27. 104. कर्णो वा युध्यता पूर्व 5. 153. 240. कर्णो वा सत्यवाक्शूरः 18.-3. 37. कर्णो वा समरश्लाघी 5. 194.6. कर्णो वा समरे तात 7. 107.1:. . . कर्णो विव्याध चाशुगैः 7. 150. 103d. कर्णो विव्याध पाण्डवम् 7. App. 11. 19 post. कर्णो विव्याध संक्रुद्धः 8. 441*. 2 pr. कों विव्याध सायकैः 7. 148. 4... कों वैकर्तनश्चापि 3. 241. 20.... कर्णो वैकर्तनस्तदा 8.7.103; 17.63%443*. 3 post. कर्णो वैकर्तनस्तव 5. 165. . . कर्णो वैकर्तनस्त्वरन् 7. 47. 31. कर्णो वैकर्तनः सूत 7. 134. 357, 37. कों वैकर्तनोऽच्छिनत् 7. 114.44".. ... कर्णो वैकर्तनो नृप 8. App. 18. 18 post. कर्णो वैकर्तनो नृपः 8. 2. 17. कर्णो वैकर्तनोऽब्रवीत् 3. 240. 35. कर्णो वैकर्तनो मतः 5.56. 15. कर्णो वैकर्तनो युद्धे 7. 106. 440; 142. 10; 149. 4". 8.38. 16. . कर्णो वैकर्तनो राजन् 3. 230. 250. 7. 140. 70.8. 17. 48%: कर्णो वैकर्तनो वृषः 8. 32. 360; 34. 31; 46*. 1 post.; 295*. 1 post. कर्णो वैकर्तनो वृषा 1. App. 103.72 post. 2. 161*. 6 post. 7. 47. 179; 150. 714. 8. App. 18. . ...21A 1 post. कर्णो वैकर्तनो हतः 8. 4. 64.9. 26. 14. कर्णो वै धन्विनां श्रेष्ठः 8.-App. 10. 16 pr. कर्णो वै शत्रुसूदनः 8. 851*. 1 post. कों व्रतं घोरममित्रसाहः 8. 652*.7. कर्णोऽस्त्रविदुषां श्रेष्ठः 1. App. 103. 167 pr. कर्णोऽस्यान्तेऽप्यत्र भवेत्समर्थः 8. 874*. 4. कर्णो हतं श्वेतहयेन संख्ये 8. 974*. 2. कर्णो हत्वेतरान्सर्वान् 8. App. 5. 73 pr... कर्णोऽहन्यत संयुगे 8. 5. 29". कर्णो हन्याद्धनंजयम् 8. 63.764. कर्णोऽहमस्मि भद्रं ते 7. 3.9". कर्णोऽहं तिष्ठ फल्गुन 7. 120. 70. कर्णोऽहं भीमसेनोऽहं 18. 2. 40deg. कर्णो हि बलवाञ्शूरः 7. 110.30. कर्णो हि बलवानेकः 7. 1040*. 2 pr. कर्णो हि बलवान्पृष्टः 8. 50. 58*. कर्णो हि भाषते नित्यं 8.51. 64. . कर्णो हि समरे शक्तः 7. 6. 12%. कर्णो हृष्टमना भूयः 8. App. 5.65 pr. कर्णो ह्यभ्यधिकः प्रार्थात् 8. 23. 490.... कों यर्जुनमाहवे 8. App. 38. 21 post. कों ोको महाबाहुः 8. 22. 16%; 23. 11". कर्णो झेको रणे हन्ता 8. 352. कौं च चित्रैरिव चक्रवालैः 3. 112. 9. . कौँ तु नागद्वीपं च 6.7.52. कौँ त्वक्चक्षुषी जिह्वा 12.231. 9". कों नेत्रे तथैव च 12. 126. 9. कौँ पिधाय हस्ताभ्यां 13. App. 10. 294 pr.; App. 11. ___381 pr. कणों मे बधिरीकृतौ 4. 41. 164; 66. 14%3; 800*.8 post: कौं शब्दश्च चित्तं च 12. 212. 23deg...... ... पादसूची-83 -657 -