________________ अथ दानापदेशेन] श्लोकपादसूची [अथ निश्चित्य मनसा अथ दानापदेशेन 1. 136.5". अथ दारक्रियां भूयः 13. App.TA. 68 pr. अथ दाशरथिर्वीरः 3. 147. 280. अथ दाशार्णको राजा 5. 193. 126. अथ दिव्यं महाघोरं 13. App. 1A. 393 pr. अथ दिव्यास्त्रविच्छूरः 8. 150*. 1 pr. अथ दीक्षामुपेतस्य 13. 23*. 1 pr. अथ दीपस्य चैव ह 13. 67. 1'. अथ दीप्तोऽग्निना ह्याशु 9.61. 13. अथ दीर्घस्य कालस्य 1.76. 10. 2. 17.21"; App. 21. 112 pr., 120 pr. 3. 68. 10; 122. 5.5.86*. 1 pr.; App. 9. 20 pr.; ll. 8. 3. 13. 10. 31". अथ दीर्घेण कालेन 1. 205.5. अथ दुर्योधनं दृष्ट्वा 6. 58. 29". अथ दुर्योधनं राजा 5. 123.22; 128. 336. अथ दुर्योधनस्तत्र 1. 126. 13". अथ दुर्योधनः कर्ण 7. 38. 154. अथ दुर्योधनः कर्णः 2.66.50. 4.58. 1". 7. 161. 120. अथ दुर्योधनः कृष्णं 5. 92. 4. अथ दुर्योधनो दृष्ट्वा 4. App. 53. 16 pr. अथ दुर्योधनो राजा 1. 192. 9. 3. 229. 1"; 230. 176. 4. 42. 14. 7. 100. 360; 141. 430; 133. 3703; 164. 220 अथ दुःशासनानुगम् 7.463*. 1 post. अथ दृष्टिः प्रतिहता 13. App. 3A. 193pr. अथ दृष्ट्वा तथाभते 2. 16.45". अथ दृष्ट्वा परिव्राट् सः 13. 95. 11". अथ दृष्ट्वा महात्मानं 7. App. 8.2A 1 pr. अथ दृष्ट्वा व्यतिक्रान्ती 7.76. 14". अथ दृष्ट्वा स्थितं स्कन्दं 3. 1068*. 12. अथ दृष्ट्वा हतं पुत्रं 7. 131.540. अथ देया तु कन्या स्थात् 13.49.254. अथ देवगणं सर्वे 12.314. 11. अथ देवगणाः सर्वे 13. App. 14. 205Apr. अथ देवः समासाद्य 13. App. 3A. 261 pr. अथ देवः सहस्रांशुः 15. 38.90. अथ देवानुवाचेदं 5. 12.5. अथ देवा ययुः सर्वे 3. 164. 18. अथ देवा विवित्सन्तः 13. App. 9B. 120 pr. अथ देवासुराः सर्वे 1. 35. 3. अथ देवास्तमेवाहुः 5. 12. 24. अथ देवाः पथि नलं 3.51. 26. अथ देवाः सगन्धर्वाः 6. 41. 4". अथ देवाः समागम्य 12.59. 930. अथ देव्या मतं ज्ञात्वा 12. 271. 300. अथ देशान्दिशश्चापि 3. 188.836. अथ देहेर्नवैरन्यैः 7. 150.7M. अथ दैत्यवलाद्वारात 3. 221. 52". अथ द्रोणसुतस्येप्न् 8. 15. 23". अथ द्रोणस्य समरे 8.51. . अथ द्रोणं महारा 7. 101.700. अथ द्रोणं सपुत्रं स 5.57. 1. अथ द्रोणं समारोहत् 7. 101. 63. अथ द्रोणः कुमारांस्तान 1. 122. 11". अथ द्रोणाभ्यनुज्ञाताः 1. 123.15. अथ द्रोणो द्रुतं तत्र 7.128.31. अथ द्रोणोऽब्रवीत्तत्र 5. 128.. अथ द्रोणो महेदवासः 7. 147. 11". अथ दीगिर्धनुपाणिः 10. 7.04. अथ द्रौणिमहेवासः 8. 110*. . अथ द्रोणे रथं त्यक्त्वा 4.921*. 1pr. अथ द्वादशके तस्मिन् 12.305. 10f". अथ द्वारं समभितः 13.20.396. अथ द्विपं श्वेतननाग्रसंनिभं 8. 13. 200. अथ द्विपैर्देवपतिद्विपाभैः 8.1:.19. अथ द्वैगुण्यमीहायां 5. 1:33.25. अथ द्वैपायनो ज्ञात्वा 1. 107. 134. अथ द्वैपायनो राजन् !. 187.32". अथ धर्मयुगे तस्मिन् 12. 308.7". अथ धर्मसुतो राजा 3. 30. F. अथ धर्म तथैवार्थः 12.5). 134. अथ धार्थवडाक्यम् 1, ... अथ धर्मेण राज्यं त्वं 1. 195... अथ धर्मोपचातादि 2. 20. 36. अब धूमस्य दिने 12.28. 18 App. 27. 14 pr. अथ धेनुन विद्युत 13. APP 91.73 pr. अथ धौम्योऽब्रवीद्वाक्य 3. 290.86. 4. APP. 1. 22 pr. अथ नः सैनिकाः चित् 3. 237.:". अथ नातिचिराकालात् 13. 19*. 29 Pr. अथ नानासमुन्द्धते: 12.387. 320. अथ नारायणम्तत्र 12. BRI. . अथ नारायणाः क्रुद्धाः 7. 1S.. अथ नारायणेनेन्द्रः 1.1.1". अथ नार्जुनगोविन्दी 7.78. B. [अ]थ निर्वेदमागतः 12. 26:3.30". अथ निश्चित्य मनसा 12. 151. 134. -- 53 -