SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 531
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ एकाग्रमनसो भूत्वा ] श्लोकपादसूची [एकान्तभक्तिः सततं एकाग्रमनसो भूत्वा 6. 53. 3. एकाग्रमनसो मेऽद्य 10. 4. 29%. एकाग्रमानसो भूत्वा 4.733*. 1 pr. एकाग्रमिव चासीद्धि 7. 165. 40deg. एकाग्रश्चिन्तयेन्नित्यं 12. 232. 24. एकाग्रस्तद्विजानीयात् 13. App. 11. 236 pr. एकाग्रं च मनोऽभवत् 12.327. 41. एकाग्रं चिन्तयिष्यामि 3. 297. 4. एकाग्रं धारयेन्मनः 12. 188. 5. एकाग्रः परिचिन्तयेत् 14. 19. 340. एकाग्रः प्रयतो भूत्वा 12. App. 17B. 20 pr. एकाग्रः शृणु तत्परः 13. App. 11. 369 post. एकाग्रः श्रोतुमर्हसि 12. 308. 950. एकाग्रः स्यादविवृतः 1. App. 81. 36 pr. एकामा चिन्तयामास 1. 1120*.2 pr. एकाग्राश्चिन्तयेयुमाँ 12. 326. 18.. एकाग्रां पृथिवीं सर्वा 3. 49. 24. एकाग्रे तत्र कर्मणि 1. App. 118. 91AT post. एकाङ्गुष्ठं दक्षिणस्य 1. 1394*. 2 pr. एका चेत्पुत्रिणी भवेत् 13. 315*. 9 post. एका तत्र विशाखस्य 3. 220. 19". एका तिष्ठसि का नु त्वं 13. 95. 20*. एकात्मकमिमं झोके 12. 149. 4. एकात्मभिरसंहतैः 3. 80. 364. 13. 110. 34. एकात्मानं तथात्मानं 12. 339. 13. एकात्मानौ द्विधाभूतौ 7. 10. 41. एकात्मापि हि धर्माथों 1. 145. 220. एकादशचमूनाथं 9. 345*. 1 pr. एकादशचमूपतिः 10. 1. 576. 14. 59.8. एकादशचमूपतेः 9. 343*. 1 post. ; 344*. 2 post. एकादशचमूभर्ता 9. 28. 25",76%; 55.2%; 63.9%. ___10. 9. 10. एकादश चमूर्जित्वा 11. 22. 80. एकादश च यान्याहुः 14. 42. 12". एकादश तथा चैनं 13. 15. 14". एकादशतनुः स्थाणुः 3. 46. 22deg. एकादश ददद्भूमि 13. 61. 56deg. एकादशपरिक्षेपं 14. 36. 20. एकादश प्राणभृतां विकाराः 3. 134. 17. एकादश मया क्रमात् 14.42. 17. एकादश महारथाः 1. 528*. 4 post. एकादश यथोदितान् 13. 315*.5 post. एकादशविकारात्मा 3. 203, 29deg. 12. 233. 17%; 271. 20deg. एकादशविधाः प्रोक्ताः 13. App. 3. 17 pr. एकादश समाख्याताः 6. 91.5. एकादश सहस्राणि 1. 2. 129deg3; 16. 39. 6.7. 33deg ; 9.7". 9.7. 370 एकादश सुताः स्थाणोः 1. 60. 1. एकादशस्तथा त्वष्टा 1.59. 160. एकादशस्थानगताः 12. App. 28. 41 pr. एकादश हता युद्धे 9. 28. 14. एकादशं द्वादशं च 7. 900*. 4 pr. एकादशं मनश्चात्र 12. App. 26.52 pr. एकादशं वर्षमिदं वसामः 3. 173.86. एकादशा गताश्चैव 13. 142*. 1 pr. एकादशाहैरय सदक्षिणः 13. 106. 31". एकादशी धार्तराष्ट्री 6. 16. 39. एकादशे तु दिवसे 13. 110. 450. एकादशेन्द्रियाण्येव 12. App. 29B. 83 pr. एकादशैकादशकान्क्रतूंश्च 13. 106.9. एकादशैकादशिनः पशूनां 3. 134. 174. एकदशैताः पृतनाः 5. 20. 180. एकादशैताः श्रीजुष्टाः 6. 16. 440. एकादशैते कथिताः 12.548*. 1 pr. 13. App. 9.62 pr. एकादशैते प्रथिताः 13. App. 18. 30 pr. एकादशैते रुद्रास्तु 12. 327. 31". एकादशैवान भवन्ति यूपाः 3. 134. 17'. एकादशोक्ता दिवि देवेषु रुद्राः 3. 134. 171. एकादशोऽन्तरात्मा च 12. 244. 10. एकादश्यामुपोण्याथ 14. App. 4. 3065 pr. एकाधिकशतं पूर्ण 1. 107. 20%. एकानङ्गेति यामाहुः 2. App. 21. 1428 pr. एकानन्पृथगन् 1. 10. 4". एकानंशेति यामाहुः 3. 208. 8. एकानेकात्मकं तेषां 12. App. 18. 33 pr. एकान्तगतबुद्धिना 12. 326. 96". एकान्तगतबुद्धिभिः 12. 331. 50. एकान्तगतिमव्ययाम् 12. 336. 790. एकान्तगमनेन ते 12.338. 18. एकान्तचर्याकथनं 13. App. 15. 4570 pr. एकान्ततो न विश्वासः 12. 137. 24. एकान्तत्वमुपेयिवान् 12. App. 17B. 163 pr. एकान्तदर्शना वेदाः 12. 306. 46. एकान्तधर्मनियमाः 13. App. 3. 10 pr. एकान्तफलसिद्धिं तु 3. 33. 37. एकान्तभक्तिः सततं 12. 336. 66%, - 523 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy