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________________ ऋतुपर्णो नलाय वै] लोकपादसूची [ऋते. प्रायगतं राजन् ऋतुपर्णो नलाय वै 3. 70. 26'. ऋतुपर्णोऽपि राजा सः 3.71. 220. ऋतुपर्णोऽपि शुश्राव 3.76. 80. ऋतुपर्णो महाभागः 3. 68. 3deg: ऋतुप्राप्ता सुशुद्धा या 13. App. 15. 4487 pr. ऋतुमासार्धमासांश्च 12. 217. 52. ऋतुमेव प्रतीक्षते 13. 148. 150. ऋतुर्ऋतुकरः कालः 13. 17.71". ऋतुर्मातुः पितुर्बीजं 14. 93. 25*. ऋतुवीर्यस्तपोधैर्यः 13. 16. 50deg. ऋतुश्च तस्याः पल्या मे 1.57. 40. ऋतुषु दशगुणं वदन्ति दत्तं 3. App. 21A. 262. ऋतुसंवत्सराय च 13. App. 3A. 329 post. ऋतुस्नाता च साश्वत्थं 13. 4. 27. ऋतुस्नाता तु मेनका 1. 602*. 10 post. ऋतुं देहि नराधिप 1. 77. 136. ऋतुं वै याचमानायाः 1.78.31", 320. ऋतु सा चान्वचिन्तयत् 1. 77.6". ऋतुः संवत्सरस्तिथ्यः 12. 211. 386. ऋतुः संवत्सरो मासः 13. 17. 138*. ऋतुः सुदर्शनः काल: 13. 135. 586. ऋतूनथ लवान्क्षणान् 12. 160. 14. ऋतूनां कुसुमाकरः 6.32. 354. ऋतूनां पर्ययांस्तथा 12. 290. 45. ऋतूनुत्पातान्विविधान्यद्भुतानि 13. 143. 36". ऋतून्मासान्विविध कार्यजातं 13. 663*. 1 pr. ऋतून्संवत्सरांश्चैव 14. App. 4. 1585 pr. ऋतून्संवत्सरो यथा 9. 31. 16". ऋतूंस्तानभिजानीहि 13. 43.50. ऋते कद्दू तीक्ष्णरूपां 1. 34. 7deg. ऋते कर्णसहस्रेण 8. 386*. 10 pr. ऋते कृष्णान्महाभागात् 6. 103. 80deg. ऋते कौरवयादवान् 8. 5. 22". ऋते गुरुमधीता हि 3. 139. 21. ऋते घटोत्कचाद्राजन् 7. 150. 85". ऋते घटोत्कचाहीरात् 7. 131. 100%. ऋते च जीविताद्वीर 9. 31. 53. ऋते च धनमश्वानां 5. 112.5deg. ऋते च लवणं भोज्यं 13. 91. 13. ऋते च विदुरं सर्वे 5.54.9". ऋते जिष्णुं कपिध्वजम् 6. 114. 61". ऋते तमेकं पुरुषं 12. 326. 31. ऋते तस्मान्नरव्याघ्रात् 5. 153. 18. ऋते तां पार्थिवसुतां 3. 53. 16deg. ऋतेऽतिथिं नरव्याघ्र 13. 2. 90deg. ऋते त्वागमशास्त्रेभ्यः 12. 260. 17. ऋते त्वा पुरुषव्याघ्र 7. 155. 23. ऋते त्वामिति मे बुद्धिः 8. 50. 62deg. ऋते त्वां पुरुषव्याघ्र 6. 105. 22%3; 112. 83deg. 7.148. 32. ऋते त्वां मानुषीं मत्यै 3. 282*. 1 pr. ऋते त्वां राक्षसश्रेष्ठ 6. 96. 23deg. ऋते त्वां विबुधांश्चान्यान् 3. 124.11. ऋते त्वां हि महाभाग 3. 102. 9. ऋते दधिघृतेनेह 13. 82. 2". ऋते दुर्वृतदेविनम् 2. 72. 14. ऋते दुर्योधनो नृपः 2. 425*. 2 post. ऋते देवप्रसादाद्वा 12.321.6%. ऋते देवं पितामहम् 1. 203. 280. ऋते देवं पिनाकिनम् 3.40.31". ऋते देवान्महेष्वासात् 7. 113. 15. 14. 133*. 14 pr. ऋते दैवं हि दुष्पापं 13. App. 9A. 4 pr. ऋते द्रोणं च भीष्मं च 5. 129. 136. ऋते द्रोणार्जुनावुभौ 7. 162. 40". ऋते धर्मात्मजौ युवाम् 12. 331. 39". ऋते न पुरुषेणेह 12. 293. 136. ऋतेनामृतयोनिना 12. 47. 31". ऋते नारायणं देवं 1. 16. 294.5. 109. 17. ऋते नारायणं पुण्यं 13. App. 3. 3 pr. ऋते नारायणं प्रभुम् 12. 330. 19". ऋते नारायणात्पुत्र 13. 73*. 14 pr. ऋते नियोगाद्विप्राणां 5. 177. 4. ऋतेऽन्योन्यं पितामह 1. 201. 236. ऋते पाण्डुसुतं वीरं 6. 112. 77deg. ऋते पाथै धनंजयम् 4.964*. 1 post. ऋते पार्थ वुधिष्ठिरम् 9. 18. 27'. ऋते पाथैः परंतप 4.24. 15. ऋतेऽपि गर्दभक्षीरात् 1. 669*.7 pr. ऋते पितामहाद्रीष्मात् 12. 384*. 4 pr. ऋतेऽपि तु मनो देवि 13. App. 15. 3478 pr. ऋतेऽपि त्वयि दुःषन्त 1. 69. 27. ऋतेऽपि त्वा न भविष्यन्ति सर्वे 6. 33. 32. ऋते पुरुषसिंहस्य 14. 89.7. ऋते प्रदानाइन्धुभ्यः 3.291. 10deg. . ऋते प्राणपरित्यागात् 13. App. 2. 39 pr. ऋते प्राणविपर्ययात् 11. 28*. 1 post. ऋते प्रायगतं राजन् 6. 41.60%. -503
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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