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________________ उभावपि परिश्रान्तौ] . महाभारतस्थ [उभे सेने तुल्यमेवोपपन्ने उभावपि परिश्रान्तौ 9. 56.6deg; 57. 27. उभावपि पिनाकधुक् 13. App. 11. 52 post. उभावपि प्रकाशेते 4. App. 23. 9 pr. उभावपि बलान्वितौ 12. 5. 3. उभावपि भवन्तौ मे 5. 166. 11'. उभावपि सुसंरब्धौ 4. App. 11. 5A 1 pr. उभावष्यभ्यधावताम् 3. 154. 42". उभावप्यमरौ स्थावः 1. 201. 19. उभावमूर्ती हजरौ 12. App. 29C. 230 pr. उभावस्त्रभृतां श्रेष्ठौ 8. 982*. 1 pr. उभावानृतिकावेतौ 12. 192. 72. उभावास्तां सुविह्वलौ 9. 11. 24d; App. 3. 31 post. उभाविन्द्रध्वजाविव 9. 11. 23. उभावुत्तमतेजसौ 4. 53. 214. उभावुद्यतकार्मुको 7. 105. 26. उभावुभयतस्तीक्ष्णैः 3. 255. 16. 7. 122. 4. उभावेकरथेनाहं 8. 63.74. उभावेतावतिरथौ 5. 168. 25. उभावेतावपि सुरौ 13. 650*. 3 pr. उभावेतावसंभाव्यौ 13. App. 14. 200A 9 pr. उभावेतौ क्षरावुक्तौ 12. 295. 11". उभावेतौ च नक्षरौ 12. 295. 11. उभावेतौ तपस्विनौ 13. 23.2". उभावेतौ दृढौ पक्षौ 5. 3. 2. उभावेतौ न सोमाहौँ 3. 124. 9". उभावेतौ नित्यमभिप्रपन्नौ 12.74. 126. उभावेतौ भविष्यतः 12. 161. 136. उभावेतौ समफलौ 12. 153. 9". उभावेव तु भूमिपम् 8. 1224*. 63 post. उभावेव प्रचक्रतुः 12. 193. 15. उभावेव महात्ममिः 12. App. 290. 230 post. उभावेव महाद्युती 12. 296.84. उभावेव महामुने 12. 302. 13. उभावेव विरेजतुः 9. 208*. 2 post. उभावेव समस्तौ तु 13. App. 1A. 294 pr. उभावेवेश्वरौ मतौ 12. 295. 12. उभे एते समे स्यातां 5. 35. 2. 13. 130. 290. उभे चापि न चाप्युभे 12. 230.6. उभे चित्रे वनराजिप्रकाशे 6. 20. 36. उभे चित्रे वनराजीप्रकाशे 7. App. b. 16. उभे चैते परित्याज्ये 13. 8. 24. उभे चैते मते ज्ञाने 12. 289. 8. उभे चैते मते तत्त्वे 12. 289.7% HI1111111111111IITTI उभे चैवाग्निमारुते 5. 140.64. उभे चैवायने द्वंद्वं 14. 24. 15. उभे तु यस्य सुकृते भवेतां 12. 148. 29. उभे ते परमस्त्रियौ 3. 1092*. 1 post. उभे ते वै युधिष्ठिर 13. 4. 344. उभे दृष्ट्वा दुःखसुखे 12. 83. 64". उभे द्विरात्रं संध्ये वै 12. 166.7". उभे पूर्वापरे संध्ये 6. 2. 20%. उभे प्रज्ञे वेदितव्ये 12. 101. 4". उभे प्रयाते शिबिराय भारत 7. 31.77d. उभे बालः कर्मणी न प्रजानन् 12. 227. 31. उभे बिभर्ति पृथिवीं दिवं च 5. 45, 4". उभे भूतभविष्यती 12. 200. 11. उभे भोक्ष्यन्ति दातारः 13. App. TA. 51A 3 pr. उभे मानुषदैवते 12. 76. 24. उभे मूत्रपुरीषे तु 13. 107. 239, 42". उभे वाङानसी गत्वा 14. 21. 90. उभे न्यूहे हृष्टरूपे नरेन्द्र 6. 20. 3. उभे शाकंभरि श्वेते 6. App. 1. 17 pr. उभे शुभाशुभे द्वंद्वं 14. 24. 176. उभे सत्यानृते त्यक्त्वा 12. 168. 43"; 268. 1103; 316. 40%; 318. 44deg3 339. 11. 13. App. 15.3917 pr. उभे सत्यानृते त्यज 12. 316. 40%%; 318. 44. उभे सत्यानृते द्वंद्व 14. 24. 16". उभे सत्यानृते बुद्ध्या 12. 316. 41. उभे सत्यानृते हित्वा 14. 47. 11. उभे सत्ये क्षत्रियाद्यप्रवृत्ते 5. 42. 4". उभे सद्यो व्यनाशयत् 2. 55. 136. उभे सपुत्रे स्यातां वै 3. 1386*. 2 pr. उभे सह विनश्यतः 12. 217.7%; 461*. 6 post. उभे सह विवर्धते 12.217.7%; 461*. 6 pr. उभे संध्ये जपन्किंचित् 1. 1. 200%. उभे संध्ये तथैव च 13. 107. 524. उभे संध्ये तु यो नरः 13. App. 14. 335A7 post. उमे संध्ये दिशः खं च 6.63.8. उभे संध्ये पठेन्नित्यं 3. App. 2.8pr. उभे संध्येऽपि तिष्ठामि 14. App. 4. 385 pr. उभे संध्येऽप्युपासीत 14. App. 4. 389 pr. उभे संध्ये प्रकाशेते 6. 2. 30. उभे सुकृतदुष्कृते 1. App. 36. 80 post. 6. 24. 50*. उभे सेने तदा राजन् 6. 1. 23deg. उभे सेने तुल्यमिवोपयाते 6. 20. 30. उभे सेने तुल्यमेवोपपने 6. App. 5. 14, -482
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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