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________________ उपारुह्य अयौ तदा] श्लोकपादसूची [उपासन्ते महात्मानं - उपारुह्य ययौ तदा 2. 22. 164. उपारुह्य रथं शीघ्रं 2. 25*. b pr. 14. App. 4. 3433A 1pr. उपारुह्यार्जुनश्चापि 2.2. 15. 14. App. 4. 3429 pr. उपारोप्य रथे कर्ण 5. 138. 1. उपारोहदनादृत्य 7. 114. 38. उपार्जनं च द्रव्याणां 12. 59.64deg. उपार्जितं नरैस्तत्र 1. App. 73. 11 pr. उपार्जितान्सर्वकामान् 2. 342*.8pr. उपालब्धः शिष्यमध्ये महर्षिः 3. 132. 90. उपालब्धः सुबहुशः 3. 281. 83deg. उपालब्धो मया राजा 4. App. 21. 12 pr. उपालभत राजानं 4.326*.2 pr. उपालम्भमनादरम् 3.29. 19. उपालम्भस्त्वया युक्तः 3. 197. 43. उपालीयन्त संत्रासात् 8.59. 40deg. उपावर्तत केशव 3. 194. 25. उपावर्तत दुर्मेधाः 2.24.8. उपावर्तत सौबलः 9. 23. 14. उपावर्तत्सरिद्वरा 1. 91.84. उपावर्तन्त तत्रैव 12. 253. 34. उपावर्तन्त भारत 1. 207. 10. 2. App. 21. 341 post... उपावर्तन्त सर्वशः 2. 24. 174. उपावर्तयतानघा 9. 47. 22. उपावर्तयदव्यग्रः 7. 75..13deg. उपावर्तय पाण्डवान् 2. 71. 46". उपावर्तस्व कल्याण 2. 25.9. उपावर्त्य ततः शीघैः 3. 224. 17. उपाविशन्शयानश्च 13. App. 15. 1051 pr. उपाविशत तेजस्वी 13. 3A. 66 pr. उपाविशदरिंदमः 5. 154. 22". उपाविशन्देवगणा यथेन्द्रम् 3. 118. 214. उपाविशन्द्रौपदेयाः कुमाराः 5. 1.6.. उपाविशन्पाण्डवेयाः 5. 155. 37. उपाविशन्पुरस्कृत्य 12. 126. 25. उपावृत्तमदः क्षिप्रं 6. 91.- 47. उपावृत्तः कलिमहान् 5. 151. 21". उपावृत्ता महाराज 9. 59. 42. उपावृत्ताच तुरगाः 8.50. 370. . उपावृत्ताश्च पीताश्च 7. 87. 52. उपावृत्तेषु पार्थेषु 15. 24. 12". उपावृत्तोऽसि केशव 14. 52. 11. उपावृत्य तु पाण्डुभ्यः 5. 160. 25deg. उपावृत्य यथान्यायं 7.75. 15. उपावृत्योत्थितानश्वान् 7. 541*. 1 pr. उपावृश्चानुपावृश्च 6. 10. 47*. उपावेशयदन्तिके 3. 44. 200. उपाशाम्यत्ततस्तीवं 9.21. 42". उपाशाम्यद्गजो भौम 7. 31. 25deg. उपाशिक्षत यः पुरा 12.38. 124. उपाश्नन्ति प्रदायिनः 13. App. TA. 153 post. उपाभाति मुदा युतः 13. 132.564. उपासनादुद्धरन्दक्षिणेन 5. 47. 20deg. उपासनादुपादाय 4.55. 190. उपासङ्गान्षोडश योजयन्तु 7.2.24". उपासनाश्च शक्त्यश्च 5. 81. 12. उपासङ्गे हिरण्मये 4. 38. 250%3; 705*. 1 post. उपासङ्गैर्ध्वजैरपि 6. 92. 64'. उपासङ्गौ च मे न स्तः 1. 2109*. 1 pr. उपासत नृपाः पूर्व 10.9. 17". उपासते च तं ह्यद्य 10. 42*. 1 pr. उपासते च तान्ये तु 14. App. 4. 2096 pr. उपासते च मामेव 13. App. 3A. 439 pr. उपासते च संहृष्टाः 2. 133*. 9 pr. उपासते च सैन्यानि 4.798*.7 pr. उपासते धर्मराजं 2. 8. 29". उपासते महात्मानं 2. 4. 1703; 7.7deg; 8. 37deg3; 9. 11', 17, 22deg3; 55*. 1 pr.; 116*. 2 pr.; App. 3. 7 pr., 18 pr. उपासते महाराज 12. 157. 39. उपासते महाराज 4. 17. 16. उपासते महावृक्षं 12. 246. 4". उपासते यत्र सत्रं 2. 3. 13.07. 46deg. उपासते यथा बालाः 13. 27. 49. उपासते सभायां स 2. 52*. 2 pr. उपासते स्म तं यज्ञं 14.95.9. उपासते स्म तं वृद्धं 15. 1. 10. उपासते हि त्वद्बुद्धिं 12. 82. 30*. उपासनरताः सर्वे 3. 222. 52. उपासनात्प्रसन्नोऽसि 12. 203. 4. उपासम्त उमापतिम् 3. 83. 24". उपासम्त महात्मानं 12. 734*. 1 pr. उपासम्ति सुरैः सह 13. App. 1A. 450 post. उपासन्तीह देहिनः 13. 27. 49. उपासन्ते जनार्दनम् 3. 80. 130". उपासन्ते महात्मानं 14.8.6".
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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