________________ उपस्थास्यन्ति कौरवम् ] श्लोकपादसूची [उपहारः पुरा दत्तः उपस्पर्शनसक्तस्य 13. 70.4". उपस्पर्शनहेतोस्स्वा 13. 134. 12. उपस्पर्शनहेतोस्वां 13. App. 15. 4441 pr. उपस्पृशेदुद्धृतामिः 14. 46. 34. उपस्पृश्य गृहीत्वेमं 13. 18. 43. उपस्थास्यन्ति कौरवम् 8.773*. 8 post. उपस्थास्यन्ति च सदा 3. 159. 13. उपस्थास्यन्ति योधाश्च 3. 188. 90%. उपस्थास्यन्ति वो गृह्य 3. 159. 14. उपस्थास्यन्ति हनुमन् 3. 275. 44deg. उपस्थास्यामि पूजया 3. 288. 1. उपस्थास्यामि राजानं 4.2.1. उपस्थास्ये द्विजोत्तमम् 3. 288. 10%. उपस्थितकृतौ तत्र 12. 193. 17". उपस्थितमिदं घोरं 8. App. 36. 39 pr. उपस्थितरथं शौरिं 5. 129. 24". उपस्थितविनाशेयं 5. 141. 43". उपस्थितश्च कालोऽयं 14. 86.89. उपस्थितस्त्वया चापि 14. 54. 31. उपस्थितस्य कामस्य 5.234*. 1 pr. उपस्थितं कर्मफलं विदित्वा 12. 287. 39deg. उपस्थितं तु कल्याणि 1. 1598*. 1 pr. उपस्थितं तु दुपदः 1. 122. 34". उपस्थितं भयं घोरं 12. App. 28. 27 pr. उपस्थितं महाराज 3.80. 17. उपस्थितं रथं दृष्ट्वा 2. 42. 559.8.742*. 1 pr. उपस्थितं वृद्धमन्धं 2. 65. 11. उपस्थितः पशुपतेः 1. 131. 39. उपस्थितः सर्वकामैः 2. App. 31. 3 pr. उपस्थितः सहामात्यः 13. 153. 21deg. उपस्थितानां रवानां 2. 46.24deg. उपस्थितान्सर्वकामान् 2. 331*. 1 pr. उपस्थितान्सहामात्यः 3. 97. 1. उपस्थिताश्च पशवः 7. App. 8. 697 pr. उपस्थिताश्चाप्सरोमिः 12. 214. 150. उपस्थिता झप्सरोमिः 13. 93. 16deg. उपस्थितां वैकृतिमानमन्ति 1. 71. 36*. उपस्थिते विवाहे तु 13. 112. 71". उपस्थितेऽस्मिन्संग्रामे 11. 17. 5. उपस्थितैस्ततो युद्धे 7. 131. 786. उपस्थितो विनाशाय 5. 166. 8. उपस्थेन प्रजापतिम् 13. App. 11. 201 post. उपस्थे मूत्रशौचस्य 13. App. 10. 94 pr. उपस्थोदरयोगः 12. 152.89. उपस्थोऽध्यात्ममित्याहुः 12. 301. 39. 13. App. 11. _133 pr. . उपस्थोऽध्यात्ममुच्यते 14. 42. 356. उपस्पर्शनषड्भागं 13. 64. 13deg. उपस्पृश्य च तत्रैव 9. 35. 2. . उपस्पृश्य च यामुने 3. 82. 39*. उपस्पृश्य च विद्यानां 3. 82. 47. उपस्पृश्य जितेन्द्रियः 13. 26. 32. उपस्पृश्य ततस्तोयं 12. App. 29E. 105 pr. उपस्पृश्य ततः कृष्णः 14. 68. 16. . उपस्पृश्य ततः क्रुद्धः 5. 9. 43". उपस्पृश्य तपोदेषु 3. 82. 89deg. उपस्पृश्य तु तत्रापि 9. 36. 56. उपस्पृश्य नदी तरेत् 12. 186. 4. उपस्पृश्य नरो विद्वान् 3. 83. 1. उपस्पृश्य प्रतिज्ञाय 13. App. 15. 3785 pr. उपस्पृश्य फलं किं स्यात् 13. 26.6%. उपस्पृश्य महाराज 12. App. 29E. 114 pr. 14. 80. 16deg. उपस्पृश्य महीपाल 3. 121. 14. उपस्पृश्य यथान्यायं 9.48.9.10.1.230. उपस्पृश्य यथाविधि 3. 80. 105. उपस्पृश्य शुचिर्भूत्वा 2. 28. 27. 13. 14. 9. उपस्पृश्य हलायुधः 9. 38. 30deg. उपस्पृश्याथ राघवः 3. 267. 32. उपस्पृश्याभवत्तूष्णीं 14. 80. 22. उपस्पृश्यामिवाद्य च 12. 24.8. उपस्पृश्यैव भगवन् 3. 114. 14. उपस्पृष्टं भवेत्तेन 3. 80. 53.. उपस्पृष्ट्वा महायशाः 2. App. 21. 1355 post., ___1355A 1 post. उपस्प्रष्टुं गतश्चाहम् 1. 66. 120. उपस्प्रष्टुं महातपाः 3. 78. 176. उपस्प्रष्टुं विचक्रमुः 12. App. 29E. 112 post. उपहन्यात्स मे द्विष्यात् 12.218. 29deg. उपहन्यामिमाः प्रजाः 6. 25. 24. उपहस्तावहस्ताभ्यां 6. 86. 41. उपहारप्रियः शर्वः 13. 17. 90%. उपहारमुपाहरत् 10. 7. 500. 14.64.24. उपहारं च कारयेत् 14. App. 4. 528 post: उपहारं महामन्युः 10.7.52%. उपहारः पुरा दत्तः 7. 166. 43. पादसूची-60 -473 -