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________________ उत्तरेण तु सारथ्यं ] लोकपादसूची [ उत्तिष्ठ हे कापुरुष उत्तरेण तु सारथ्यं 4. 1079*. 3 pr. उत्तरेण स्वया साधं 13. 128.50. उत्तरेण दशाास्ते 4. 5. 3deg. उत्तरेण दृषद्वतीम् 3. 81. 175. उत्तरेण प्रभाषितम् 4. 623*. 1 post. उत्तरेण महामेरोः 12. 14. 24". उत्तरेण रहस्तदा 4. 64. 36'. उत्तरेणैवमुक्तस्तु 4. 708*. 1 pr. उत्तरेति परिख्याता 5. 109. 24. उत्तरे तु परिक्रम्य 6. 3. 14. उत्तरेत्युच्यते बुधैः 5. 109.11. उत्तरे पारियात्रे च 3. App. 31. 1l pr. उत्तरेभ्यः कुरुभ्यश्च 14. 95. 25". उत्तरेभ्यः कुरुभ्यश्चापि 2. 48.6%. उत्तरे वै दिवाकरे 12. 47. 3. उत्तरेषु गुणा सन्ति 12. 244. 9". उत्तरेषु च रम्भोरु 1.113.70. उत्तरेषु तु कौरव्य 6. 13. 1". उत्तरेषु नरेश्वरः 1. 121. 10. उत्तरेषु महाभागे 1. 1192*. 2 pr. उत्तरे हिमवत्पाधै 1. 172. 16. 12. 185.8. उत्तरैरायसैः पीतैः 4. 38. 29. उत्तरैः कुरुमिः साधं 1. 102. 10. उत्तरो गोपतिर्गोप्ता 13. 135. 66d. उत्तरोत्तरमेतेभ्यः 6.7.37. उत्तरोत्तरवक्ता च 2. App. 2.8 pr. उत्तरोत्तरसेवायां 13. App. 3. 23 pr. उत्तरो देवयानस्तु 3. 2. 730.. उत्तरो राष्ट्रवर्धनः 4, 1100*. 9 post. उत्तरो वाक्यमब्रवीत् 4. 1119*. 1 post. उत्तस्थुः कुरुपाण्डवाः 1. 1313*. 3 post. उत्तस्थुः समरे तत्र 6.74.31. उत्तस्थुः सिद्धिकामास्ताः 13. 78.6%. उत्तस्थौ चोत्तरस्तात 4.771*. 1 pr. उत्तस्थौ पार्थिवं रजः 9. 11. 394. उत्तस्थौ पावकात्तस्मात् 1. 155. 37%; App. 79. 105 pr. उत्तस्थौ पुत्रशोकार्ता 10. 16. 36*. उत्तस्थौ भयविह्वला 3. App. 12. 11 post. उत्तस्थौ राजभिः सार्धं 8. 6. 35deg. उत्तस्थौ सर्वतो जनः 1. 126. 10. उत्तान आस्येन हविर्जुहोति 12. 237. 276. उत्तानं पातयित्वैनं 4. App. 25. 30 pr. उत्तानाभ्यां च पाणिभ्यां 12, 234. 220. उत्तारणो दुष्कृतिहा 13. 135. 1120. उत्तारयति संतत्या 3. 456*. 2 pr. उत्तारयिष्यन्धृतराष्ट्रस्य पुत्रान् 8. 659*. 6. उत्तितीपुर्जलाद्राजन् 1. 206. 12. उत्तिष्ठ कुरुमुख्यस्य 14.79.90. उत्तिष्ठ कुरुशार्दूल 14. 1.76. उत्तिष्ठ गच्छ वसुधे 1. 531*.1pr. उत्तिष्ठ गच्छ सैरन्ध्र 4. 14. 10%. उत्तिष्ठत प्रहरत 8. 33. 486. उत्तिष्ठतस्तत्सहसा 7. 121. 38. उत्तिष्ठति कबन्धोऽत्र 12. 99. 24". उत्तिष्ठति जलात्तूर्ण 13. App. 1A. 266 pr. उत्तिष्ठति महाराजे 5. 92. 36%. उत्तिष्ठति यथाकालं 12. 172. 16. उत्तिष्ठति सुवर्णाभं 5. 97.50. उत्तिष्ठ त्वं महाभाग 1. 43. 199. उत्तिष्ठ त्वं विसृज्यैनम् 1. 116. 24deg. उत्तिष्ठत्वायुषोऽधेन 1. 9. 14. उत्तिष्ठ देहि मे मागै 3. 147. 14". उत्तिष्ठध्वमितः क्षिप्रं 13. 95. 81". उत्तिष्ठध्वं नरव्याघ्राः 3. 232. 6deg. उत्तिष्ठ न भयं तेऽस्ति 14.75.249. उत्तिष्ठन्ति महामेघाः 3. 186. 65. उत्तिष्ठन्ति विनाशान्ते 2. 72. 10. उत्तिष्ठन्नब्रवीदेनाम् 1. 100. 26". उत्तिष्ठ पश्य वदनं 14. 68. 13". उत्तिष्ठ पुत्र पश्येमां 14.68. 11:. उत्तिष्ठ भगवन्क्षिप्रं 3. 204. 4". उत्तिष्ठ भद्रे गच्छ त्वं 1. 112. 30%. उत्तिष्ठ भद्रे भद्रं ते 13. 21. 10. उत्तिष्ठ भद्रे शर्मिष्ठे 1. 75. 16. उत्तिष्ठ मा भैर्गाङ्गेय 5. 184.9%. उत्तिष्ठ मा शुचः पुत्र 14.81. 4. उत्तिष्ठ मूट किं शेषे 12. App. 15. 8 pr. उत्तिष्ठ राजन्किं शेषे 3.240. 37deg. 11. 2.2% App. 1.17 pr. उत्तिष्ठ राजन्भद्रं ते 3. 238. 45.9.29. 18%. उत्तिष्ठ राजन्युध्यस्व 7. 158. 24.9. 30. 19deg, 20%. उत्तिष्ठ वज्रिन्संपश्य 5. 16. 15. उत्तिष्ठ व्रज भद्रं ते 3. 238. 37. उत्तिष्ठ शक्रोपम हर्षमेहि 12. 28. 58. उत्तिष्ठ शोकमुत्सृज्य 10. 16. 26deg. उत्तिष्ठस्त्र विषादं मा 5.73. 22deg. उत्तिष्ठ हे कापुरुष 5. 131.7", 11. -447 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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