SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 445
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ उक्तास्ते सर्वशस्तात ] श्लोकंपादसूची [ उग्रकर्मणि भारत उक्तास्ते सर्वशस्तात 3. App. 20. 1 pr. उक्तास्त्वया पृथग्धर्माः 13. 129. 1 pr. उक्तास्यष्टादशाहानि 11. 13. 80. उक्ता ह्यनेन पाञ्चाली 11. 18. 21". उक्काः परुषमुत्तरम् 2. 65.74. उक्ताः पितामहेनेह 13. 86. 1". उक्ताः संभवपर्वणि 1. 2. 75. . उक्ताः स्मो यद्भगवता 12. 315. 24. उक्तिर्निगमनं तेषां 12. 31*. 5 pr. उक्ते वाक्ये चोत्तरं मे ब्रवीहि 3. 134. 6. उक्ते समाहिते गर्भः 1. 257*. 1 pr. उक्तोऽगच्छद्वनं तं तु 1. 703*. 2 pr. उक्तो द्वीपस्य संक्षेपः 6.7.10. उक्तो नारायणः प्रभुः 13. App. 3. 302 post. उक्को बहुविधं राजा 14. 15. 220. उक्तो भगवान्यज्ञार्थे 13. App. 1. 29 pr. उक्तो भूतहिते रतैः 12. 251. 17deg. उक्तो मन्त्रो महाबाहो 12. 137. 10. उक्तो मया वासुदेवः 5. 154. 27deg. उक्तो मार्गस्त्रयाणां च 13. 147. 20*. उक्तो मोक्षश्च संक्षये 12. App. 1. 23 post. उक्तोऽयमर्थ आचार्यो 4. 42. 20. उक्तो यश्चापि दण्डोऽसौ 12. 121. 50%. उक्तो याचे महद्वरम् 12. 837*. 3 post. उक्तो यास्याम्यहं त्वया 4. 40. 14; 50. 34. उक्तो युधिष्ठिरो राजा 15. 19.20. उक्तो राजा सुयोधनः 5. 145. 13. उक्तो रात्रौ मृगैरस्मि 3. 244. 11". उक्तो लोभः पितामह 12. 153. 1. उक्तोऽसि बहुधा राजन् 8. 22. 26deg. उक्तोऽसि बहुशो राजन् 6. 380*. 4 pr. उक्तोऽहं बहुशस्तात 9. 23. 37*. उक्तो हि विदुरेणेह 6.72. 24*. उक्त्वा गालवमापृच्छय 5. 113. 16. उक्त्वा च कृष्णामभिवादयेति 1. 185. 8. उक्त्वा चैनां बलाच्चैव 4. 294*. 1 pr. उक्त्वा चैवं गता देवाः 1. 34. 16. उक्त्वा जन्मकुलं मह्यं 1. 1048*. 1 pr. उक्त्वा तथा चैव चकार राजा 2. 5. 115. उक्त्वा तथा त्वं पितुरग्रतो मां 6. 81. 18". उक्त्वा तथासकृत्सर्वान् 2. 61. 18. उक्त्वा तथा सागरगां स विप्रः 3. 677*. 1. उक्त्वा तमेवं बीभत्सुः 4. App. 48. 33 pr. उक्त्वा तावश्विनोः सुतौ 2. 161. 27. उक्त्वा तूष्णीं बभूव ह 6. 24. 94. उक्त्वा तौ कुरुपुंगवौ 3. 54. 44. उक्त्वाथानन्तरं ब्रूयात् 1. 196. 9. उक्त्वाथाप्सरसां गणाः 12. 273. 45deg. उक्त्वा दारूणि चानयत् 3. App. 25. 68A 4 post. उक्त्वा दुर्योधनं सम्यक् 7. 129. 1. उक्त्वा धर्मार्थ हेतुमत् 12. 112. 85. उक्त्वा धौम्योऽपि गच्छति 2. 71. 224. उत्तवा नानृतवाग्भवेत् 8.49.55 उक्त्वा नारायणं खगः 1. 355*. 1 post. उक्तवानृतं भवेद्यत्र 13. App. 20. 308 pr. उक्त्वा नोत्तरमुक्तवान् 8. 26. '72'. उक्त्वा परवशा तदा 13. 41. 15. उक्त्वा पाण्डवमब्रवीत् 9. 211*. 1 post. उक्त्वा पार्थिवनन्दिनी 3. 61. 56'. उक्त्वा पुत्रमधीष्वेति 12. 315. 57. उक्त्वा प्रीतिमुपेयिवान् 1. 2054*.2 post. उक्त्वाबुध्यत पार्थिवः 7. 41. 174. उक्त्वा भीष्मवधायेति 5. 188. 180. उक्त्वामुञ्चधुधिष्ठिरः 7. 1106*. 1 post. उक्त्वा यथावत्पुनरन्वपृच्छत् 3. 180. 14. उक्त्वा राक्षसपुंगवः 7. 151. 12. उक्त्वा वचनकारिणः 3.229. 17'. उक्त्वा वचनमीशानः 12. 337. 53. उक्त्वा शास्त्रातिगं मम 7. 130.26. उक्त्वा स पितरं श्लक्ष्णं 3. 136. 18%. उक्त्वा स भगवानृषिः 1. 157.5. उक्त्वा सहैव ते सर्वैः 1. 464*. 2 pr. उक्तवेह वितथं राजन् 14. 94. 226. उक्तवैवमुच्चैः कुपितोऽथ भीमः 8. App. 29. 15. उक्त्वैवं राक्षसेन्द्रं तं 3. 263. 4". उक्त्वैवं स महाप्राज्ञः 12. App. 19. 144 pr. उक्थानां सोमवत्पुनः 1. 894*. 4 post. उक्थो नाम महाभाग 3. 209. 250. उक्थ्यविश्वजितामपि 7. App. 8.747 post. उक्षाणमिव सिंहेन 7. 13. 55. उक्षाणं पक्त्वा सह ओदनेन 3. App. 21. 79%. उक्षाणं वेह तमनूनं नयन्तु 3. App. 21. 81". उक्षितो गजशोणितैः 6. 58. 55'. . उखासंस्पर्शनेन वै 12. 303. 16. उग्र उग्रोऽथ वीर्यवान् 13. App. 9. 60 post. उग्रकर्मणि भारत 7. 1377*. 1 post. - 437 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy