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________________ इति शप्त्वा नृपं क्रुद्धः ] महाभारतस्थ [इति संचोदितो देव्या इति शप्वा नृपं क्रुद्धः 1. 37. 15". इति शप्त्वा पतेत्तु तत् 14. App. 4. 485 post. इति शब्दः श्रुतोऽस्माभिः 12. 323. 60%. इति शल्यवचः श्रुत्वा 8. App. 18. 125 pr. . इति शल्य विजानीहि 8.29.29%; 30. 34". इति शास्त्रनिदर्शनम् 5. 165. 24. 12. 270. 204. इति शास्त्रस्य निश्चयः 9. 59.6. इति शिष्टस्य गोचरः 14. 45. 184.. इति शिष्टयर्थमब्रवीत् 14. 32. 24. इति शूरार्थवचनैः 1. 181. 12. . इति शृण्वन्नराधिपः 2. 67. 15. . इति शोचन्ति तानि वै 14. App. 4. 2051 post. इति श्रुत्वा च तत्त्वेन 1. 103. 10%. इति श्रुत्वा ततो लङ्कां 2. App. 17.57 pr. इति श्रुत्वा तु वचनं 9.64. 36*. इति श्रुत्वा त्वधिक्षेपं 9. 60. 23deg. इति श्रुत्वा पराजितान् 5. 53. 5. इति श्रुत्वा पुलोमायाः 1. 6..136. इति श्रुत्वा वचस्तस्य 1. 10.5*. 2. App. 17. 39 pr., 54 pr. 3. 617*. 1 pr, 8. 1204*. 1 pr. ___13. 644*.2 pr. इति श्रुत्वा वचः सोऽथ 7. 4. 13". इति श्रुत्वा वचो घोरं 1. 38. 220. इति श्रुत्वा वचो देवाः 8. App. 2. 15 pr. इति श्रुत्वा वचो मातुः 5. 514*. 1 pr. इति श्रुत्वा स नृपतिः 10. 9. 59". इति श्रुत्वेन्द्रवचनं 8. 63. 59". इति सत्कृत्य तं पौराः 1. 1674*. 4 pr. इति सत्यवती श्रुतिः 8. 389*.2 post. इति सत्यवती हृष्टा 1. 57. 69". इति सत्यं ब्रवीमि ते 1. 78. 4%; 744*. 4 post. इति सत्यं ब्रवीमि वः 12. 273. 534. इति सत्यं ब्रवीम्येतत् 9. 29. 21. इति सत्यं ब्रवीम्येषः 9. 6.4". इति सत्यं महाराज 6. 41. 36deg, 51deg, 669,77. इति सत्यं वदामि ते 7. 313*.7 post. इति सत्यं विजानीयात् 12. App. 28. 435A 1 pr. इति सत्यं विजानीहि 13. App. 15. 2199 pr. इति सत्या परा श्रुतिः 12. App. 19. 237 post. इति सत्या बत श्रुतिः 12. 173. 10%. इति सत्यामिमां वाणी 9. 15. 21. इति सत्येन ते पादौ 8. 50. 349. इति स दुपदो राजा 1. 176. 12". इति सन्तोऽनुशासन्ति 2. 38. 14". इति सन्तो यदब्रुवन् 8. 699*. 6 post. इति सन्तो व्यवस्थिताः 13. App. 10. 446 post. इति सप्त सरस्वत्यः 9. 37. 28". इति समरवरं सुरस्थितं 1, 26. 47. इति सम्यङ्मनस्यते 12.211. 42deg; App. 18. 92 pr... इति सर्वगुणा देवि 13. App. 15. 4160 pr. इति सर्वजगत्पते 13. 84.7. इति सर्वमनुक्रान्तम् 1. 1. 48. इति सर्वमनुज्ञाप्य 12. 234. 24. इति सर्वमिदं राजन् 2. 615*. 1 pr. इति सर्वविधिं कृत्वा 2. 19*. 1 pr. इति सर्व समुन्नड़ 9. 4. 20%. इति सर्व सरे शुभे 3. 281. 680. इति सर्वान्गुणानेतान् 12. 71. 13. इति सर्वान्समुत्साह्य 2. 36. 150. इति सर्वे तदा देवीं 13. App. 15. 578 pr. इति सर्वे भयाकुलाः 1. 1833*. 2 post. इति सर्वे मनोमिस्ते 5. 94. 2". इति सर्वे महेष्वासं 2. 204*. 1 pr. इति सर्वे व्यवस्थिताः 2. 19. 34. इति स श्लाघते नित्यं 12. 115.5*. इति संकल्प्यतां बुद्ध्या 7. 56. 30deg. इति संगृह्य तान्सर्वान् 13. App. 20. 436 pr.. इति संचिन्त्य गरुडः 1. 353*. 3 pr. इति संचिन्त्य गाङ्गेयः 1. 1330*. 1 pr. इति संचिन्त्य गोविन्द 2. App. 28. 203 pr. इति संचिन्त्य दुर्मेधाः 14. 97.5. इति संचिन्त्य दुःखार्ता 12. 142. 13*. इति संचिन्त्य बहुधा 5. 9.9". इति संचिन्त्य भामिनी 3. 280. 39. इति संचिन्त्य मनसा 1. App. 75. 11 pr. 3. 198. 4". 5. 192. 9. 12. 321. 20%; 328. 25deg ; 331. 30%; ___App. 17A. 8 pr. इति संचिन्त्य राजासौ 7. 112. 37. इति संचिन्त्य वार्ष्णेय 9.59. 33. इति संचिन्त्य वै देवाः 8. App. 3. 14 pr. इति संचिन्त्य स तदा 14.77.9deg. इति संचिन्त्य सर्वे स्म 2. 13. 49. इति संचुक्रुशुर्देवाः 7. 9. 63deg. इति संचोदितस्तेन 12. 215. 130. इति संचोदितो देवः 13. App. 15. 449A 3 pr. इति संचोदितो देव्या 13. App. 15. 448A 1 pr... -:388 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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