________________ आस्थितः स रथश्रेष्ठं ] श्लोकपादसूची [आह तन्त्राणि सप्ततिः आस्थितः स रथश्रेष्ठं 8. 26. 150. आस्थितः स हि युक्तात्मा 6.29. 180. आस्थितः सुमहाभागः 14. 30. 31". आस्थिता जनकादयः 6. 25. 20'. आस्थिता दस्युभिस्तीक्ष्णैः 7. 592*. 1 pr. आस्थिता न बिभेषि किम् 1.78. 184 आस्थितानां नदी दिव्यां 13. 101*. 1 pr. आस्थितान्युद्धदुर्मदान 8. 12. 41". आस्थिता बहुभिम्लेंच्छैः 7. 87. 17. आस्थिताभ्यां सर्वकृच्छ्रे 12. 332. 21. आस्थितावरिमर्दनौ 8. 63. 4. आस्थिता हस्तदक्षिणम् 12. 174, 64. आस्थिताः कृतवर्माणः 8. 58. 9. आस्थिताः परमं तपः 15. 25. 164. भास्थिताः पुरुषर्षभाः 7. 162. 37. आस्थिते ते सुते नृप 11. 1. 23. आस्थितो दिव्यमध्वानं 12. 319. 12. आस्थितो द्रौपदीपणः 2. 61. 22f. आस्थितो ध्वजमालिनम् 7. 150. 126. भास्थितो भीमनिस्वनम् 10. 8.77. भास्थितो मध्यमाचार्यः 4. 885*. 8 pr. भास्थितो मोदते दिवि 12. 232*. 1 post. आस्थितो मोहिनी प्रभुः 1. 16. 39. भास्थितो युगपद्भावे 12. 212. 35. मास्थितो योगधारणाम् 6. 30. 12. भास्थितो रौद्रमात्मानं 6. 50. 93. भास्थितोऽसि विशां पते 3. 8.7". भास्थितोऽस्मि महानसम् 4. 394*. 5 post. भास्थितोऽहं महामुने 12. App. 17A. 121 post. भास्थीयतां जये योगः 7. 164. 680. आस्थेयं हि हितं तेन 5. 53. 4. भास्फोटयच्च बलवान् 3.706*. 1 pr. भास्फोटयत लाङ्गलं 3. 146. 60%. भास्फोटयत्तदाकाशे 12. 253. 41". भास्फोटयन्क्ष्वेडयंश्च 3. App. 18. 12 pr. आस्फोटयन्वलगते नृत्यते च 8. 1176*. 3. भास्फोटयामास बली 1. App. 93. 5 pr. भास्फोटयामास भृशं 6. 114. 108deg. भास्फोटं तत्र चक्रतुः 2. App. 7.2 post. भास्फोटितरवं भृशम् 3. 146. 57'. भास्यतामास्यतां सर्वैः 1. App. 114. 16 pr. आस्यतामिति चाब्रवीत् 3. 156.44. भास्यतामिति चोवाच 2. App. 30. 6 pr. 16. 9. 3deg. भास्यतामिति राजेन्द्र 2. 19. 35. आस्यतामित्यथोचुस्ते 3. 61. 65. आस्यतामित्यभाषत 15. 34. 24. भास्यतामित्युवाच ह 13. 20. 454 भास्यतां यदि ते बुद्धिः 13. 10. 15deg: भास्यतां रुचिरं छन्दः 13: 20. 68. भास्यमानेषु दैत्येषु 1. 278*.2 pr. आस्यमोदकमष्टमम् 5.94. 380. भास्यं तस्य हुताशनः 6. 9. 180. भास्य विवृत्य ककुदी 12. 278. 19. आस्यं स्वं विवृतं कुरु 12. 306.7'. भास्य हि पायुसंयुक्तं 12. 178. 11". भास्यात्सुगन्धि तेजश्च 3.212. 130. भास्यादेष निःसरते नराणां 5. 42.7% भास्याद्रासमिवाक्षिप्तं 7. 36.7. भास्याद्वमन्पावकं सः 3. 195. 24". भास्याम्मुक्तौ प्रभाकरौ 7.76.51 भास्ये जघ्ने वरासिना 10. 8. 56. भास्येन तु यदाहारं 1. 86. 17. आस्येनानुप्रविष्टोऽहं 3. 186. 123". भास्ये प्रक्षिप चैतेषां 12. App. 25.21 pr. भास्यैरम्ये चाग्रसन्त 12.274. 38deg. आस्यैः सप्तभिरुगी% 12. 804*. 2 pr. आस्रवत्यपि मामन्नं 12. 172. 20. आस्रस्तवस्त्राभरणं स्फुरन्तं 4. App. 24. 16. भास्त्रं मे बहु संगतम् 5. 348*. 3 post. भास्रावं जनयेच्चिरम् 1. App. 81. 19 post. आस्वर्गमुच्छ्रिता राजन् 2. App. 12. 35 pr. भास्वादयति यो नरः 14. App. 4. 3298 post. भास्वादविधुरं हितम् 12. 137.76. आस्वादिता ये नृपते पुराभवन् 4.7.16. आस्वाद्य चास्वाद्य च वीक्षमाणः 8. 61.6. आस्वाद्य वलाम्तमतिप्रहृष्टम् 8.61.8. आस्वाद्य शपथेन तु 13. 684*. b post. भास्वाद्य स शिशुस्तदा 3. 126. 299. भास्वाद्यास्वाद्य नृत्यन्ते 6. 334*. 2 pr. भास्स्व ब्रह्मस्त्वमत्रैव 1. 166. 21. भास्स्व भो विहितो वासः 3. 186. 89. माह क्षत्रकुलोद्भवः 1. 730*. b post. माह चैनं दुराधर्षः 3. App. 25. 31 pr. आह चैनं पुनर्गुरुः 1. 123. 784. माह तत्राणि सप्ततिम् 12. App. 13. 13 post. भाह तन्त्राणि सप्ततिः 1. App. 66. 13 post. -371