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________________ आख्यातमेतन्निखिलेन सर्वे ] श्लोकपादसूची [ आख्याहि गन्धर्वपते आख्यातमेतन्नि खिलेन सर्व 1.85. 20deg. आख्यातबन्तस्ते सर्वे 1.15.. आख्यातवानहं तेभ्यः 9.28.5M. आख्यातवान्सूतवदत्य शल्य 8. 357*. 4. आख्यातव्यश्च भवता 14.71.24". आख्यातव्यं त्वेव सर्वं मुमूर्षोः 3. 254.5M. आख्यातव्यं नृपस्यैतत् 12. 159. 120. आख्यातव्यं भविष्यति 3. 180. 48d. आख्यातव्यं मदीयानां 9.63. 100. आख्यातस्ते मया चात्मा 3. 187. 41. आख्यातं कौरवोत्तम 13. 16. 10". आख्यातं चन्द्रसूर्याभ्यां 1. 17.5deg. आख्यातं तप्यमानेन 12. 124.4. आख्यातं ते चरितं नाहुपस्य 1. 869*.2. आख्यातं ते नरेश्वर 1. 2014*. 1 post. आख्यातं ते पार्थिव सर्वमेतत् 1. 85.5deg. आख्यातं त्वमिच्छामि 3.213. 20deg. आख्यातं परमार्चितम् 13. App. 15. 1032 post. आख्यातं ब्राह्मणेब्धिह 1. 497 . 1 post. आख्यातं यत्र पौराणं 1.2. 160". आख्यातं शस्त्रमेतद्वि 12. App.25.23 pr. आख्यातः प्रसृतो गुरोः 12. 336. 800. आख्यातः सत्यवादिना 11. 23. 234. आख्याता जीवमाना ये 8. 4. 100d. आख्याता मामकास्तात 8. 4. 58". आख्यातारश्च विद्यन्ते 5.70. 62deg. 12. 137. 68. आख्यातारं विचक्षणम् 5. 43. 32.. आख्याति स्म वृकोदरः 1. App. 73. 124 post. आख्यातु नो भवान्शीघ्र 3. App. 16. 10s pr. आख्यातु भगवान्मम 1. 26. 164. 3. 121. 234. आख्यातुमर्हति भवान् 12.315.26. आख्यानुमुपचक्रमे 6.91. 2. 18.5.. आख्यानु रमणीयं च 3.84. 17. आख्यातु विजयं मम 4. 63.254. आख्यातु स्वं महामतिः 1. 212.22. आख्यातो ह्यमृतं पिबन् 1. App. 114. 12 post. आख्यात्वस्मै मृथा नरः 7. 105. 111". आख्यानपञ्चमैदैः 5. 43.23". आख्यानमखिलं तात 1. 53. 27. आख्यानमतिमानुपम् 8. App. 5.7post. आख्यानमाख्याति हि कर्मभिर्नरः 13. 48.48". आख्यानमिदमाख्यातं 3. 185.5:39. आख्यानमिदमाचष्ट 7. App. 8.66 pr. 12. 248. 11'. आख्यानमिदमुत्तमम् 5. App. 9. 10 post. आख्यानमिन्द्रविजयं 5. 18. 190. आख्यानमुत्तममिदं 5.78*. 1 pr. आख्यानमुत्तमं चेदं 12. 856*. 1 pr. आख्यानमुपजीव्यते 1. 2. 241 . आख्यानं कथितं कृत्स्नं 1.75*. ] pr. आख्यानं चादितः परम् 1.2. 294. आख्यानं तदिदमनुत्तमं महार्थं 1.2.2436. आख्यानं तब कीर्तितम् 12. 33.5.72. आख्यानं परमाद्धनन् 13. App. BA. 494 post. आख्यानं पुरुषर्षभ 12, 167. 180. आख्यानं प्रथितं तथा 12.283*.2 post. आख्यानं बहुविम्तरम् 7. App. 8.67 post. आख्यानं भारतं महत् 1.53.31". आख्यानं य इदं युक्तः 13.96.520. आख्यानानि च सर्वशः 2. APP. 29.77post. आख्यापयन्महत्तत्र 14. 128". I pr. आख्यामि बन्धप्रति तन्निबोध 3. 250.44. आख्याय भुजगोत्तमः 1. 45. 15. आख्याय मां कुशलिनं स्म तेभ्यः 5. 30. 3703; 158*. 1. आख्याय मां कुशलिनं म्म तेषां 5. 30. 25deg, 390. आख्यायावृत्तिकर्शितः 12. 90.3. आख्यायास्मै यथातथन् 3. 182. 12. आख्यासि नरसत्तम 3.58. 32. आख्यास्यति गते मयि 3. 11. 384. आख्यास्यति महामतिः 13. 113.3. आख्यास्यन्ति तथापरे 1. 56. 22. आख्यास्यन्ति तथैवान्ये 1. 1. 21. आख्यास्यामि कदा वहम् 3.367*. Spost. आख्यास्यामि च ते भूयः 13.91. 220. आख्यास्यामि नृपात्मज 3. 281.714. आख्यास्याम्यहमादत्स्य 1.76. 84. आख्यास्ये तत्र पौलोमम् 1. 2.29. आख्यास्ये ते प्रियं तात 3. 80.8. आख्याहि गन्धर्वपते 1. 131*.Gpr. आख्यातुं तानशक्तोऽहं 2. 466*. 1 pr. आख्यातुं नरदेवयोः 5.58. 30. आख्यातुं प्रविवेश ह 4.33.84. आख्यातुं राक्षसेन्द्राय 3.201.2. आख्यातुं सलिले सुतं 9. 20.31. आख्याते रामचरिते 12.57. 40deg. आख्यातो ह्यटता पथि 14...:'. 299 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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