________________ अहिंसां चानृशंस्य च] लोकपादसूची [अहो विगिति चानुवन् अहिंसां चानृशंस्यं च 12,309.4. अहिंसां प्रतिपद्यते 14. 13.54. . अहिंसां वेत्ति भारत 8. 699*. 9 post. अहिंसेति प्रतिज्ञेयं 14.28, 17". अहिंसेति यदुक्तं हि 3. 199. 280. अहिंसैका सुखावहा 5. 33. 484. अहिंसैव हि सर्वेभ्यः 12. 257.6. अहिंस्या यज्ञपशवः 12.327.739. अहिंस्यां प्रमदामाहुः 2. App. 6. 20 pr. अहिंस्रश्चात्यदोषश्च 13.24.29deg. अहिंस्रस्य तपोऽक्षय्यं 13. 117. 40". अहिंस्रः शुचिरक्षुद्रः 12. 323. 10. अहिंस्रः सर्वभूतानां 12. 182. 126; 228. 36deg. 13. 117. 40. अहिंस्रः सर्वभूतेषु 12. 112.6". अहिंस्राणां महात्मनाम् 12.254 204. अहिंसालोकसंमतान् 12. 62.1'. अहिंस्राः सत्यवादिनः 13. 130. 38. अहिंर्धर्मपरमैः 9. 36.62. अहिंस्रो दानशीलश्च 13. 592*. 1 pr. अहिंस्रोऽमन्दकोऽजल्पन 12. 36. 33deg. अहिंस्रो यजते सदा 13. 117. 40". अहीनकीर्तिर्विनतामनन्दयत् 1. 30. 214. अहीनपौरुषा राजन् 3. 49. 12. अहीनाशीविषानिव 1. 158. 22d. 6. 45. 604;55. 101. अहीनाशीविधान्क्रुद्धान् 2. 66. 10". अहीनो नाम राजेन्द्र 14. 90. 131. अहीयमानं च बलेन कौरवं 9.56.666. अहुतं च भद्दत्तं 14. App. 4. 1502 pr. अहुतं चाग्निहोत्रं ते 1.71.284. अहृष्टमनसः सर्वे 3. 79. 10. अहृष्यमययः सर्वे 12.55. 3. अहेतुकमचञ्चलम् 12.597*.2 post. अहेरिव गणागीत: 12.237. 13". अहेरिव हि धर्मस्व 12. 130. 19%. अहो कल्याणवृत्तस्त्वं 12.319.84. अहो कष्टमिति ध्यायन् 12.26. 17. अहो कष्टं क्षीणपुण्यो ययातिः 1.84. 200. अहो कष्टं यदस्माभिः 14.30. 200. अहो कृच्छमनुप्राप्ताः 3. 14 174. अहो कृच्छ्रमिति प्राह 18. 2. 37. अहो कृच्छ्रे मया प्रातं 12. 139. 334. अहो क्षत्रसमाचारः 5. 133.. अहो खलु महदुःखं 11. G. 1". अहो गृढतमः प्रक्षः 12.327.110. अहो चासि मगरमः 12. 100.7". अहो चित्तविकारोऽयं 18... " अहो चित्रं महाच 12.6.18y. अहो जानामि ते जन्म 1.656*.pr. अहो जीवितमाका 12. 103.20". अहो ज्ञानेन संयुक्तौ 8. 11.20. अहो तवेयं परिचारिका शुभा +. 1. 230. अहो तीव सुभाष 12. 370*. 1 pr. अहो त्वयाद्य विप्रेणु 13. 137.250. अहो दानालय 12. .1p. 295. 307 rast. अहो दानं शुमो ते 11.03. ... अहो दानं वोपयात. 12.12.2025312pr. अहो दानं योपयन्ति 12. A.P. 95.316pr. अहो दानं तवाक्षयम् 12.12.20E. 306 post. अहो दानं वितुटं / 3.216.:". अहो दाने घुप्यमान 12.12.202325pr. अहो विटया न पश्यसि 11.. अहो दुर्मुसपैक 7. 110.6". अहा दुःखातरं प्राता 4. App. 19.. अहो दुःखाली हार AI. I.. . 12. 8. 3". अहो दुःखनि / व्यायन् 12. 168.7'. 13. App. 15. अहो तुःखं नात्यारं 5... अहो दु.खान तीस 3.09.20. अहो देवस्य साहारम् 13. ATP 15. 410 pr. अहो दादान 12. 113.s अहो देवमिन बुबा 16. S. 414. अहो चूतत्य निटे 8.12.19. अहो धन्धः सुभायोऽसौ 3. 162*. 1.r. अहो धन्यो हि लोकोऽयं 12.30. !. अहो धर्मजित शुद्ध App. 4. 2038 [r. अहो धर्मिता तात 12. .72.1". अहो धर्मो महालाने 13. App. II. 39:3pr. अधिकांग वद्य 1. 115.10. अहो धिक्कुस्तीत 11.10.71 अहो चिकुवानी 2. (:01. I Pr. अह। धिकाश्य शल्यख 11.3.. अहो धिक्याण इयाः संयै 1. 1181*. 10. अहो धिकवृशं लेग 12.19.28. अहो धिगि त कुर्वताम् 12. 17. 13. अहो धिगिल चावुन 7. 157.38. --- 201 -