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________________ अभ्यवर्तत संप्रेप्सुः] महाभारतस्थ [ अभ्यषिञ्चत तत्रैव अभ्यवर्तत संप्रेप्सुः 7. 15. 29deg. अभ्यवर्तत संयुगे 6. 104. 1. अभ्यवर्तत संहृष्टः 6. 51. 80. अभ्यवर्तत सात्यकिः 9. 16. 67d. अभ्यवर्तत सैन्यानि 7.778*. 3 pr. अभ्यवर्तत सौबलः 9. 22. 81". अभ्यवर्तत हृष्टवत् 8. 39. 14. अभ्यवर्तन्त कौरव्याः 7. 35. 11. अभ्यवर्तन्त तावकाः 9.22.72d. अभ्यवर्तन्त तौ वीरौ 7. 147. 10. 8. 40. 94. अभ्यवर्तन्त दुर्धर्षाः 6. 68.80. अभ्यवर्तन्त नितन्तः 6. 104. 27. अभ्यवर्तन्त पाण्डवम् 6. 165*.2 post. अभ्यवर्तन्त फल्गुनम् 8. 59.6". अभ्यवर्तन्त भीष्मस्य 6. App. 4.58 pr. अभ्यवर्तन्त युद्धाय 6. 105.6%. अभ्यवर्तन्त राजानः 6.51. 18. अभ्यवर्तन्त वेगेन 6.91. 380. 7. 1393*. 10 pr. 9. 17. 36". अभ्यवर्तन्त सहसा 6. 50.89. अभ्यवर्तन्त सहिताः 7. 39. 18. 8. 19. 43. अभ्यवर्तन्त संक्रुद्धाः 6. 91. 21. 7. 37. 100. 8. 35.69. अभ्यवर्तन्त संग्रामे 7. 143. 41. अभ्यवर्तन्त संहृष्टाः 6.58. 19. अभ्यवर्तन्त सैन्यानि 7. 22. 5. अभ्यवर्षच्छरैस्तूर्णं 6. 65. 27. 9. 9. 40". अभ्यवर्षच्छरैः कणं 7. 145. 36. अभ्यवर्षच्छरैः कर्णः 7. 150. 50f. अभ्यवर्षच्छरौवेण 7. 27. 24deg ; 29. 28; 141. 13. अभ्यवर्षच्छरौधैस्तं 1. App. 99. 10 pr. 7. 145. 26. भभ्यवर्षच्छल्यमुख्यान 6. 148*. 1 pr. अभ्यवर्षशरवातैः 7. 161. 12. अभ्यवर्षशराम्बुभिः 7. 46.6. अभ्यवर्षशरैस्तीक्ष्णैः 7. 85. 21 अभ्यवर्षत कौन्तेयं 7. 152. 216. अभ्यवर्षत पर्जन्यः 6. 114.86%. अभ्यवर्षत पाञ्चाली 3. 13. 110. अभ्यवर्षत पाञ्चाल्यः 6.48. 30%. अभ्यवर्षत भीमं च 6. 45.80. अभ्यवर्वत्स संक्रुद्धः 6. 43. 47". अभ्यवर्धत्सहस्राक्षः 1. 217. 19. अभ्यवर्षदथेषुभिः 6. 51. 44. अभ्यवर्षददीनात्मा 9. 10. 18%. अभ्यवर्षदमित्रहा 14.78. 264. अभ्यवर्षदमेयात्मा 2. 27. 27. 9. 11. 59deg ; 16. 2. अभ्यवर्षगतव्यथः 3. 269. 134. अभ्यवर्षदटोत्कचः 7. 131. 64deg ; 141. 17; 150. 65. अभ्यवर्षद्धृषीकेशं 2. App. 28. 128 pr. अभ्यवर्षन्त कुसुमैः 1. 94. 90%. अभ्यवर्षन्त कौरव्यान् 1. App. 78. 36 pr. अभ्यवर्वन्त गर्जन्तः 7. 81. 3. अभ्यवर्षन्त ते सर्वे 7. 494*. 1 pr. अभ्यवर्षन्त पाण्डवम् 2. App. 12. 113 post. अभ्यवर्वन्त राजानं 13. 31. 38. अभ्यवर्षन्त वेगेन 8. 39. 256. अभ्यवर्षनरिंदमम् 6. 70. 174. अभ्यवर्षन्महाबलम् 3. 157. 45. अभ्यवर्षन्महाभार्ग 9. 10. 30deg. अभ्यवर्षन्महायसैः 7. 106. 21'. अभ्यवर्धन्महाराज 7. 106. 18. अभ्यवर्षन्महारौद्रः 7. 70. 10. अभ्यवर्षन्धिमृद्न्तः 8. 32. 41. अभ्यवर्षन्सुसंक्रुद्धाः 4. 1011*. 1 pr. अभ्यवर्धन्सुरगणान् 1. 16. 16deg. अभ्यवर्षस्ततो राजन् 7. 68. 2. अभ्यवर्धस्तदा पा) 7.74. 33. अभ्यवर्षाम सायकैः 7.10.6". अभ्यवादयत प्रीतः 3. 156, 1deg; App. 4. 51 pr. 14. 58. 18. अभ्यवादयत प्रीता 14. 69. 8. अभ्यवादयत प्रीत्या 2. 5.4". अभ्यवादयतामुभी 3. App. 4. 9 post. अभ्यवादयतां देवौ 2. App. 21. 1419 pr. अभ्यवादयदन्तिकात् 4. 39. 21'. अभ्यवादयदव्यग्रः 9. 62. 35%. अभ्यवारयदव्यग्रः 4.56. 17. 6. 86. 11'. अभ्यविध्यच्च सप्तभिः 8.66. 45*. अभ्यविध्यत्स्तनान्तरे 6. 88. 31; 104. 39. 7. 96. 344. 8. 34. 330; 44. 250. अभ्यवक्षन्त राजानः 7.77. 28deg. अभ्यषिच्यत नागैस्तु 1. 381*. 2 pr. अभ्यषिञ्चत तत्रैव 2. 22. 41. अभ्यवर्धत्तदागम्य 2. App. 21. 734 pr. अभ्यवर्षत्पुनर्यत्रम् 8. 67.8. अभ्यवर्षत्सगोविन्द 7.28. 11. - 182 --
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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