________________ 74 ] बाड़मेर जिले के प्राचीन जैन शिलालेख (323) 4. देवीमूतिः-- सं. 1661 माघ शु. 13 दिने / (324) 5. आदिनाथ:। स्वस्ति श्रीमहेसाणानगरे वि. सं. 2028 वर्षे वैशाख सु. 6 दिन श्रीआदिनाथबिंब म. हरिचन्द सुपुत्र रघुनाथ सुपुत्र कल्याणजी सुपत्नी लीलावन्त्या कारितं प्रतिष्ठितं च तपा. आ. श्रीकैलाशसागर सूरिणा। (325) /6. सुपार्श्वनाथ:-- श्रीमहेसाणानगरे श्रीवीर सं. 2468 वर्षे वैशाख सु. 6 दिने श्रीसूपार्श्वनाथ जिनबिंब शेरगढ़ नि. चौपड़ा पुखराज सुपुत्र संपतमलेन कारितं प्रतिष्ठित च. तपा. प्रा. कैलाससागर सूरिणा // (326) 7. महावीर:---.. स्वस्ति श्रीमहेसाणानगरे 2028 वर्षे वैशाख सुद 6 दिन श्रीमहावीर स्वामी जिनबिंब रसिकलाल सुपुत्र देवेन्द्र श्रेयोर्थ कारितं च तपा. ओ. श्रीकैलाससागर सूरिणा।। श्री पार्श्वनाथ मन्दिर गर्भगह (2) (327) 1. शिलापट्ट प्रशस्तिः // उपाध्याय श्री 5 देवशेखर विजयराज्ये / / // 60 // संवत 16 प्राषाढ़ादि 67 वर्षे भाद्रप शुक्लपक्षे श्री नवमी दिने शुक्रवासरे श्रीवीरमपुरे श्रीपारसनाथ श्रीमहावीर भूमिगृहं .. श्रीपल्लिवालगच्छे भट्टारिक श्रीयशदेवसूरि विजयराज्ये, राउल श्रीतेजसीजी विजयराज्ये कारितं श्रीसधेन पण्डित श्रीसुमतिशेख रेण लिपिकृत / सूत्रधार दामा तत्पुत्र मनाधना वरजांगनेकृतम // भ्रात्तीज सोमा मेघा कला पुत्र कल्याण // भाणेज नासण / श्रीपारसनाथ श्रीमहावीर श्रीरक्षा शुभं भवतु : / / सू. गजघर (328) 2. सुपार्श्वनाथ:-- सं. 1880 माघ सुदि 5 दिन गुरो". ..