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________________ बाड़मेर-जिले के प्राचीन जैन शिलालेख [ 6. प्राचार्य श्रीमज्जिनकृपाचन्द्रसूरीश्वराणां पट्टधर प्राचार्य श्रीमजिज्न जयसागरसूरीश्वरेण नेतृत्वे वि. सं. 2000 रा वैसाख सुद 6 (262) 2. पंच धातु प्रतिमा लेख:. सं. 1602 फागुण वदि 2 लोढ़ागोत्र संघ घिरपाल भार्या लाछी स्वयार्थ कारिताः (263) 3. पंच धातु प्रतिमा लेख:-- सं. 1768 वैसाख सुद 5 बुधवारे श्रीवासुपूज्य कारापितः अमृतीया बेड़ा श्रीरतनलालजी बालड़ (264) 1. श्रीप्रासापुराजी प्रतिमा लेखः यह देवली नई पारकर बाई भंडारीजी रतनमलजी प्रेमराजजी सूरजमल बेटा पोतरा हरखमलजी रा 1982 रा मिति जेठ सुद 10 सा प्रेमराज। श्रीसुमतिनाथजी का मन्दिर शामरणा शिखर (265) 1. प्रतिष्ठा लेख: - प्रतिष्ठा संवत 2040 माघ वद 6 आचार्यश्रीविजयसोमचन्द्रसूरीश्वरजी मुस्तानमल कुन्दनमल धार्मिक ट्रस्ट द्वारा बनवाया गया / ... झंडा का चौक-पोल के अन्दर (266) 1. शिला पट्ट लेख: ॥श्रीजालंधरनाथजी / / . सही ॥सिधश्री राज राजेश्वर महाराजाधिराज महाराजा श्री श्री 108 श्री श्रीतखतसिंघजी देववचनायतु कसबै सिवारणा रा महाजनां समस्तौ ने मेहरबान होयने दंण्ड विराड माफ कियो है सो पाल औलाद कदेही लिरासी नहीं दुवायती रावराजा बाहादर लोढ़ा रिधमलजी री संवत 1600 / फागुण सुद 3
SR No.032838
Book TitleBadmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
PublisherJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publication Year1987
Total Pages136
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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