SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 67
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 48 ] बाड़मेर जिले के प्राचीन जैन शिलालेख (207) 10. चौबीसी लेख - श्रीजैनसंघ बालोतरा श्रीऋषभदेव भगवान चौवीसी श्रीअंजन. शलाका विधि पू. प्रा. वि. कनकप्रभसूरिजी तथा पू. प्रा. वि. भवनशेखरसरिजी नी निश्रा मां झाब नगर मां वि. सं. 2035 महा सुद 14 शनिवार ता. 10-2-76 ना रोज शुभलग्ने कराई छ / (208) 11. श्री विमलनाथजी पंच धातु बिंब: सं. 1532 वर्षे मार्ग सुदि 6 शुक्रे नागपुरवास्तव्य श्रीमाल फोफलियागोत्रे सा. बृहड़ भा. नापाई पुत्रबुढाकेन भा. लालीयेम जगमाल भ्रातृ स. कुटुबयुतेन श्रीविमलनाथबिंब कारितं प्र. श्रीधर्मघोषगछे श्रीपद्मानन्दसूरिभिः भावहर्ष गच्छ उपासरा ___ (206) 12. पीत पाषाण पादुका लेख: संवत 1816 वर्षे चैत्र सुदि 4 दिने रविवारे रोहिणी नक्षत्रे श्रीवीर माह पादुका कारिता। (210) 13. पीत पाषाण लम्बा पाषाण दोनों कोनों पर व बीच में लेख:-- ... एक सिरे पर लेख: संवत 1732 वर्षे चैत्र वदि 2 दिने चन्द्रेश श्रीअनंतहंसगरिण नां शिष्य पन्यास श्रीविमलोदयां नां पादुके प्रतिष्ठिते श्री पं. जिनच द्रसूरिभिः (211) 14. दूसरे सिरे पर लेख:-- सवत 1731 वर्षे चैत्र वदि 2 सुक्रे श्रीमजिनचन्द्रसूरि नां पादुके श्रीउदय निघानगणि कारिते च प. पुण्यहर्षेण नंदिनयरतेन // (212) 15. बीच में श्वेत गोलाकार लेख:-- .. संवत् 1732 वर्षे चैत्र वदि , द्वितीयायां श्रीजिनकुशलसुरिणां पादुके प्रतिष्ठितं श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः ...
SR No.032838
Book TitleBadmer Jile ke Prachin Jain Shilalekh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
PublisherJain Shwetambar Nakoda Parshwanath Tirth
Publication Year1987
Total Pages136
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy