________________ (1) पार // ॥वी ॥६॥श्मदिनशोले तपकरेरे लाल / पूरण एबतथाय // न // देवगुरुपूजाकरेरे लाल / तिणथीपातिकजाय // नम् // वी० // 7 // एतप आदरथी करेरे लाल / मनवंचितफलथाय // // नरसुर रिद्धिपिणजोगवेरे लाल / निश्चैमुगति जाय // // वी॥७॥ इति 16 कषाय गंजन तप स्तवनं // // अथ 96 भगवानकास्तवनं लिख्यते // // वरतमानचोवीसी वंडं / मनसूधेनितमेवरीमाई / वन ? अजित संजव 3 अभिनंदन 4 सुमति 5 पदमप्रन्नु ६सेवरी माई // 1 // वर // श्रीसुपार्श्व 7 चंप्रन्नु - प्रणमुं / सुविधि ए शीतल 10 श्रेयांसरी 11 माई / वासपूज्य 12 विमल 13 अनंत 14 धरम 15 जिन, शांति 16 कुंथु 17 परसंसरी माई // वर० // // अरजिन 16 मसि 17 अनें मुनिसुव्रत 20 / नमि 21 नेमि 22 पास 23 जिणंदरी माई / चोवीसमा श्रीवीरजिणेसर 24, प्रणमुं परमाणंदरी माई // वर // 3 // // ढाल 2 प्रहशम सूधा साधु नमुं नित एदेशी // नितनितअतीतचोवीशीनमीये / जेहना नामप्रगट ए जाण। केवलज्ञानीने 1 निरवाणी 2 / सागर 3 महाजश 4 विमल 5 बखाण // नि॥४॥ सर्वानुनूंति 6 श्रीधर 7 दत्त जिनवर / दामोदर ए सुतेजा 10 श्रीस्वामि 11 / मुनिसुव्रत 12 सुमति 13 शिवगति 14 जिन / श्रीअस्ताग 15 नेमीसर 16 नाम // 5 // नि० // अनिल 17 यशोधर 17 // तेम कृतारथ १ए / श्रीजिनेसर 20 सुधमति 1 सुजगीस / शिवकर 22 स्यंदन 23 संपतिनामें श्व। वंदीजे जिनवरचौवीश॥६॥नि बृ० स्त०६