________________ पृष्ठ. पंक्ति. 144 144 144 244 ه ع س م ه 145 153 253 ه 154 156 166 266 ه ه م ع م _ (2) अशुद्धि. . शुद्धि. श्रीधर श्रीघर अपवन असावन्न पूजअष्टप्रकार पूजाअष्टप्रकार ज्ञानो पगरण ज्ञानोपगरण गरोधन श्वारोधन ज्ञानदिवोक० ज्ञानदिवाक ॥७॥पणपा-कहीए पिणपाळेकहिए // 7 // किहां कियां नेमिनाथं नमिनाथ अबर अंबर मुनतान मुलतान बंचितगावे बंचितपावे सुहंकार सुहंकर मानमां मनमां उपचरै उपचारै अंतरेजामी अंतरजामी चैत्री सहसपरण सहसफण सारणा सारण वांवित बांचित नीरयामक निरयामक / 174 177 12 14 ه ه ه ه ه هع ي १ए १एए 213 ة