________________ (254) मांदीपतारे लाल // मनोहर श्रीजिनराज // सुख० अदनुतदीगे देहरोरे लाल // मानवीनरच्यो आज // उ // वीर // 7 // दमकलस सोहे सदारे लाल // धजापताका खहकंत सुख० मांमणीजोतां एहनीरे लाल // जवि मनमांदरखंत॥ // वीर० // 7 // पुरवपुन्यथी पामीयोरे लाल // अनुपम जिनमुखचंद सु० कलमंझन श्रीजगधणीरे लाल // वंदेनित कृपाचंद // ज०॥ वीर० // ए॥ इति // // अथ श्रीपार्श्वनाथजीनुं स्तवनप्रारंभः॥ राग देसी-जीवनम्हारातेवीसमाजिणचंद // वामानंदननेव्यारे साहिवाम्हारा नावसुंरे म्हाराराजजीवन॥१॥अश्वसेनकुलचंद, पापकरमसहुमेव्यारे सा अनादिनारे म्हा० ॥जी मूरतमोहनबेल, नीलवरणतनुगजैरे // सा सोहामणीरे म्हा० ॥३॥जी. मुखबिअगमपार, पूनमनिसिजिमराजैरे ॥सा रजनीकरूरे म्हा० ॥४॥जी नयनअमीरसरेल, कामणगारा प्यारारे सा० म्हारा, मनहरूरे म्हा० // 5 // जी० लालविसाखरसाल, अष्टमीससिसुखकारारे॥सा नव्यचकोरनर म्हाग // 6 // जी चिंतामणिप्रनुपास, लोवपुरमें विराजैरे सा सुखकरूरे, म्हा॥७॥ जी सहसफणामहाराज, दरिसणवांगितकाजैरे, सा० मुःखहरूरे म्हा० // // जी संघमिट्योबदुथाट, हेजैघणेगहगाटेरे सा हरखसुरे म्हा // ए॥ जी० अष्टदिवसनबरंग, रथयात्राबहुरंगेरे सा उमंगसुंरे म्हा॥१०॥ जी० दीगेतुम्हदीदार, हिवप्रनुमुजनैतारोरे साहितधरीरे // 11 // जी तुमसमअवरनदेव, दीगेनहीसुखकारोरे सा० बावसउचरंग, रस, हिवप्रजमुजावोनहीसुखक