________________ (151) संख्यामान // 13 // ज० // सहसगुणियासीलदनीजी, श्रावक संख्याहोय, सहसक्यासीतीनलाखनीजी, श्राविकासंख्याजोय // 15 // ज० // सातसैसाधुपरिवस्खाजी, देवीबक्षागंधर्व, कुंथुनाथमुगतेंगयाजी, माससंलेखणसर्व // 15 // ज०॥ . श्रीअरनाथ जिनंदनो, कहस्युंअवअधिकार, श्रोतासुणज्योप्रेमधर, भास्यैतालअपार // 1 // . // देशीविछियानी // ढाल 8 // हारेलालाश्रीजिनकुशलसूरीसरूएचाल // हारेलालाश्रीश्ररनाथ जिनेसरू / जिहांनगरीअयोध्याचंदरेलाला / तातसुदर्शनमातजी। नंदादेवीनानंदरेलाला ॥२॥श्रीअर // संबननंद्यावर्त्तनो / वीसधनुदेहीनोमानरेला / कंचनवरणसुहामणो। श्रायुसहसचोरासीप्रमापरेला // 3 // श्रीश्र० // इकलाख श्रावकऊपरे / वलीसंख्याअधिकीजाणरेला / सहसबहुत्तरतीननी / लक्षश्राविकासंख्याआणरेला० ॥४॥श्रीअ० // देवदेवीसानिधकरे / इकसहसमुनिपरिवाररेला / मुक्तिगयाश्णगिरिप्रनु / करमाससंलेखनसाररेखा // 5 // श्रीअ० // मिथिलानगरी प्रत्नावती / मातपिताश्रीकुंजरायरेखा० / संबनकलसपचीसनो / वपुधनुषसोवनसमकायरेला // 6 // श्रीमद्विनाथ जिनेसरू / सहसपचावनवर्षनी / थितिगणधरअभावीसरेला / नविककमलप्रतिबोधता, जगनायकश्रीजग. दीसरेखा // 7 // श्रीम॥ चालीससहसमुनीसरू / श्रमणी. पचावनसहसरेखा / सहसत्रयासीबदनी / श्रावकनीसंख्या