________________ क्लृप् - १,मा. समर्थ यg दंश् - १,मा.शमापवो चक्लुपे चक्लृपिवहे। चक्लृपिमहे / / ददंश ददंशिव ददंशिम चक्लृप्वहे J चक्लुप्महे | ददंशिथ, ददंशथुः ददंश चक्लृपिथे। चक्लृपाथे चक्लृपिध्वे / / ददंष्ठ चक्लुप्से J चक्लब ददंश ददंशतुः ददंशुः चक्लृपे चक्लुपाते चक्लृपिरे स्कन्द् (152.) ना 35o दंश् नी म थाय छे. दृप् - 4,52. मभिमान रj बन्ध - ८,५,मा. जांधj ददर्प ददृपिव,। ददृपिम, बबन्ध बबन्धिव बबन्धिम ददृप्व / ददृप्म / बबन्धिथ, बबन्धथुः बबन्ध ददर्पिथ, / ददृपथु: ददृप बबन्द्ध / ददर्थ,दद्रप्थ) बबन्ध बबन्धतुः बबन्धुः ददर्प ददृपतुः ज्या - ९,पर.25। यj दह् - 1,52. जाnj जिज्यौ जिज्यिव जिज्यिम ददाह,ददह देहिव देहिम जिज्याथ, जिज्यथुः जिज्य देहिथ,ददग्ध देहथुः देह जिज्यिथJ. ददाह देहतुः देहुः जिज्यौ ॐ Helu ied धातु ३पाली II-35 ददृपुः जिज्यतुः जिज्युः