________________ A गम 0 [155 लुभ 4 पर लोभितुम्, लोभित्वा, लुभ्यत् लुभ्यमान लुभ्यमान | लुब्धवत् | लुब्ध लुब्ध लोभितव्य लोभनीय लोग 9 |लोब्धुम् लुभित्वा,लुब्ध्वा | लोभ करवा लोभ करीने लोभ करतो लोभ करातो | लोभ करातो लोभ करेलो लोभ लोभ लोभ करवा योग्य | लोभ कराय माटे करायेलो करायेलो शुभ 4 |पर | क्षोभितुम् क्षोभित्वाक्षुभित्वा क्षुभ्यत् क्षुभ्यमाण / क्षुभ्यमाण क्षुभितवतुक्षुब्धवत क्षुभित,क्षुब्ध क्षुभित,क्षुब्ध| क्षोभितव्य, क्षोभ्य गभरातुं | | गभरावा मादै गभराईने |गभरातो गभरावातो गभरायेलो गभरावायेलो गभरावायेलो गभराववा योग्य क्षुभ्यते | गभराय छे 40. मिल 6 पर | मेलितुम् मेलित्वा मिलत् मिल्यमान मिल्यमान | मिलितवत् | मिलित मिलित | मेलितव्य, मेल्य |- | मळवू | | | मळवा माटे मळीने मळतो मळातो मिल्यते / | मळेलो |मळायेलो |मळायेलो | मळवा योग्य मळातो |मळाय छे लिख 6 पर लेखितुम् लेखित्वा लिखत् लिख्यमान | लिख्यमान | लिखितवत् | लिखित लिखित | लेखितव्य, लेख्य लखवू | | |लखवा मावेलखीने लिख्यते लखतो लखातो लखातो लखेलो लखायेलो | लखायेलो | लखवा योग्य 10 लखाय छे / / 6 |पर स्रष्टुम् सृष्ट्वा | सृजत् सृज्यमान | सृज्यमान | सृष्टवत् / सृष्ट सृष्ट स्रष्टव्य, सर्जनीय | रचतो || रचातो रचवा माटे | रचना रचातो 1. सृज्य सृज्यते रचेलो 10 रचायेलो रचायेलो | रचवा योग्य | रचाय छे करीने स्पृश् 6 पर स्पष्टुंम्,स्प्रष्टुम् स्पृष्ट्वा स्पृशत् स्पृष्यमान | स्पृश्यमान स्पृष्टवत् स्पृष्ट स्पृष्ट स्पष्टव्य,स्पष्टव्य,स्पा अडकवा अडकीने स्पर्श करतो स्पर्श करातो स्पर्श करातो स्पर्श करेलो स्पर्श स्पर्श स्पर्श करवा योग्य स्पृश्य | स्पृश्यते |स्पर्श करवो / / माटे करायेलो | करायेलो स्फुट 6 पर | स्फुटितुम् स्फुटित्वा स्फुटत् स्फुट्यमान | स्फुट्यमान | स्फुटितवत् | स्फुटित स्फुटित | स्फुटितव्य स्फुटवु | | | स्फुटवा स्फुटिने | स्फुटतो स्फुटातो स्फुटातो | स्फुटेलो | स्फुटायेलो स्फुटायेलो | खीलवा योग्य | स्फुटाय छे || | |खिलवू | | | माटे 45. | स्फुर् 6 पर | स्फुरितुम् स्फुरित्वा स्फुरत् स्फुर्यमाण | स्फुर्यमाण |सुरितवत् | स्फुरित स्फुरित स्फुरितव्य,स्फुरणीय समाज 'य,स्फो स्फुर्यते 10 फरकवा फरकीने |फरकतो |फरकातो फरकातो |फरकेलो |फरकायेलो फरकायेलो| फरकवा योग्य ' |फरकाय छे | माटे 0 | कराय छे | स्फुट्यते | कंप करक