________________ श्लोकानुक्रमणिका। 1564 ततः प्रत्युदगा 2012 तत्रैव मन्ना 89 | तदेकलुब्धे 381 ततः प्रसूने 176 तत्रोदीर्ण 17 / 35 | तदेव किं 12 / 33 ततः स भैम्या 1222 तथा किमाजन्म 16 / 115 | तदोजस 1114 ततस्तदप्रस्तुत 12 / 22 तथाऽधिकुर्या 12188 | तद्गौरसार 10.105 ततस्तदुर्वीन्द्र 12 // 31 / तथा न तापाय 881 तहम्पति 211115 ततान विद्युता 1716 तथा पथि 152 तहर्शिभिः 11122 ततोऽनु देव्या 1223 तथापि निर्बध्नाति 9 / 12 | | तद्द्वीपलक्ष्म 11.70 ततोऽनु वार्ष्णेय 1572 तथाभिधात्री 399 | तद्भुजादति 512 तस्करोमि 1853 तथालिमाल 20114 | तद्यशो हसति 2071 तत्कौँ भारती 17 / 12 तथावलोक्य 2086 | तद्यातायात 18148 तत्कालमानन्द 815 तथैव तत्काल 51157 तद्वर्णना 111128 तत्कालवेधैः 1091 तथोत्थितं भीम 15/10 तद्विमृज्य तत्कुचे नख 20145 | तदक्षः 12 / 107 | तद्विस्फुरत् 1121 तत्वलमस्तम 18115 तदक्षि तत् 1537 तनुत्विषा 1516 तत्क्षणावहित 18110 तदखिलमिह - 9 / 159 तनुदीधिति 2069 तत्तजन 17 // 104 तदङ्गभोगा 10106 तनोत्यकीर्ति 101118 तत्तदर्यम् 21131 तदङ्गमुद्दिश्य 1193 तनोषि मानं 9 / 108 तत्तहिग्जैत्र 12 / 94 तदद्य विश्रम्य 9 / 66 | तं दंड्यमान 878 तत्तद्विराग 11 / 12 तदध्येहि मृषो 20188 तन्नालीक 12 / 111 तत्पदाखिल 18/133 तदनु स 4 / 120 | तं नासत्य 17/145 तत्प्रविष्टं 20198 तदन्तरन्तः 16193 तन्निर्मला 112 तत्प्रसीदत 5 / 115 तदर्थमध्याय 11103 तन्नैषधा 3146 तत्प्रियोरुयुग 18193 तदर्पितामश्रु શર तन्न्यस्तमाल्य 14153 तत्र ब्रह्महणं 17 / 183 तदहं विदधे 2047 तन्मुहूर्तमपि 2135 तत्र यामीत्य 17 / 149 तदा तदङ्गस्य 15/25 | तन्वीमुखं 626 तत्र सौधसुर 1827 | तदात्तमात्मान 13125 तपःफलत्वेन 6 / 93 तत्रस्वयंवरे 17 / 123 तदानन्दाय 211148 तपःस्वाध्याय 17 / 190 तत्रागमद्वासु 10 // 25 तदा निसस्वान 15 / 16 तपति जगत 201159 तत्रागमन 17 / 152 तदास्यहसिता . 20101 221124 तपस्यताम तत्रादिरस्ति 11.50 तदिदं पिशदं श४९ | तपोऽनले 9.45 तत्रानुतीर 11389 तदिहानवधौ 2060 | तमचितुं 965 तत्रापि तत्र 13 / 20 तदेकतानस्य 16 / 120 तमालम्बन 17214 तत्रावनीन्द्र ____1115 | तदेकदासीत्व 381 | तमालिरूचे 9/64