________________ श्लोकानामकारायनुक्रमणिका 44 सर्ग श्लो। सर्ग श्लो. सर्गश्लोक अचीकरचार 1173 अथ मुहुर्बहु 143 अंशं षोडश 221140 | अचुम्बि या 15463 | अथ रथचरणौ 210130 अकथयदथ 201157 | अजनभूमी 19 अथवा भवतः 2061 अकरुणादव 1102 बबरमभ्यासः 17 अथ श्रिया ११५६अकर्णधारा 12 / 71 | अजस्त्रमारोहसि 33106 | अथ सर्वोद्भिदा 171208 अकर्णनास 22 / 49 अजातविच्छेद 9457 अथ स्मराज्ञा 854 अकाण्डमेवा 3190 अजानती कापि [1575 अथ स्वपृष्ठ 20105 अकारि तेन - 144 अजीयतावर्त . . .769 अथ स्वमादाय 107. अकारि नीहार 1688 अतनुना 739 अथाख्यायि 201120 अकृत पर 211128 अतितमा .... अथाद्भुतेनास्त अक्रोधं 1779 अतिथीनां . 171164 1419 अथाधिगन्तुं अक्षसूत्र 21146 अतिवृत्तः१११७ अथान्तरेणा 1158 अखानि 1218 अतिशरव्ययता 142 अथान्यमुद्दिश्य 12252 अखिलं 2255 अत्यथति 13390 अथापरिवृढा 17132 अगच्छदाश्रया 17 / 205 अत्याजि लब्ध 1227 अथाभिलिख्येव 1445 अगम्यार्थ 17/15 अत्रैव वाणी 2018 अथायमुत्थाय 1611 अग्निहोत्रं 1738 अथ कनक 107 अथायान्त 17113 अग्न्याहिता 871 अथ कले 113 अथारभ्य अग्राध्वजाग्र 6 / 107 अय नगर 16123 अथावदद् दूत 1519. अङ्कचुम्बि . 21123 अथ नलस्य 11 अथावदगीम 12 / 105 अङ्केन केनापि 790 16 // 125 अथावलम्ब्य 1121 अङ्के विदर्भेन्द्र 10.30 अथ प्रकाशं 9 / 24 | अथाशनाया 16.47 अङ्कणनाभे 2064 अथ प्रियासादन 71 | अथासावभि 2066 अङ्गुलीचलन 2114 अथ भीमनवा 11202 | अथाहूय 2026 अङ्गुष्ठमूर्ना 1010 | अथ भीममुजेन 2173 | अथैतदुर्वी 12186 अघ्रिस्थारुणि 2 // 134 अथ भीममुवेव 9157/ अथोद्ममन्ती 9187. अचिरादुप 2164 | अथ भीमसुता 264 | अथोपकार्या निज 1551 अथवा