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अर्पण पत्रिका.
महम परम पूज्य प्रातः स्मरणीय आ चार्य महाराज श्री श्री श्री १०णा श्री जाचन्द्र सूरीश्वरजी साहब.
आप या सजाने स्थापवामां अने नेने अत्युत्साह ने प्रेमी उन्नतिमा ला बवाने माटे तथा जीर्णशास्त्रोकारना प्रेमी होवाथी ज्ञानना प्रज्युदयने सार जे अ याग परिश्रम कर्यो ने तथा एवा ज्ञानडिना घणा उत्तम कार्यों की वाजव्य जनोने आपना ज्ञान तथा चारित्रवमे प्रतिवोधी, संसार समुद्रमाथी बहरी, नवयशने स्थापाने आपश्रीजी स्वर्गवासी यावत पण यापना उक्त गुणोथी आकर्षायिने आपश्रीजीना अमर आत्माने या लघु पुस्तक समर्पण करें बुं.
ली० श्री जैन हवीसिंग सरस्वती सजा तरफथी प्रकाशक.