SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 69
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( ५६ ) - अयोध्या का इतिहास । इ-स-पूर्व ६०० के अरसे में बुद्धदेव -स-पूर्व-५२७ श्रीवर्धमानजी २४-में चरम के तीर्थंकर . इ-स-पूर्व-५२७ श्रीगौतमगणधर स्वामी इ-स-पूर्व-५०० केतुभद्र राजा (अयोध्या-राजग्रही में तीर्थ स्थापक) -शिशुनागवंश इ.स-पूर्व-५६५ नन्दीवर्धन वौद्ध राजा इ-स-पूर्व ५६३ से इ स-पूर्व ४२० तक में महापद्मनन्द-नन्दवं स्थापक जैनी गुप्त मौर्यवंश१.६-स-पूर्व-३२२-चन्द्रगुप्त - इस के राज्यकाल में सिकन्दर भारत पर माया सोल्युकस एलची प्रथम भारत सभा में दाखिल हुमा इ-स-पर्व-२१५.राजा कनिष्क श-का इ.स.पूर्व.२६८-विक्रमादित्य २ गुप्तचन्द इ-स-पव-२४५-प्रथम-चीनी यात्री साधु कायान का भारत भ्रमण। स-पूर्व-२७३-सम्राट अशोक बौद्ध इ-स-पूर्व-२३७- बन्धुपालीत-कुणाल इ० स० पूर्व २२९ इन्द्रपालीत- या सम्प्रति जैन, धर्मोंद्वारक, तीरोद्धारक-स्थापक ।
SR No.032642
Book TitleAyodhya ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJeshtaram Dalsukhram Munim
PublisherJeshtaram Dalsukhram Munim
Publication Year1938
Total Pages74
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy