________________
i.
C. रान कुल द 25 और लोक कविकालि खार्टि कुशिष पाल यामला
6 घा
6
नाक साधा पनि त्रिसुना लिया शाखा द्वाद्य वि तः सुमनाःयालुात्र तू विजयाय ॐ (বজাकलाकहाजुलाल लखा
सम
8
लु पुरानी कल्मा श्री धीरू औट वस्तु 10 सुमल खुलामा घियाय
4
iia.
TWO GRANTS OF BHANJA KINGS OF VANJULVAKA B-PLATES OF NETTABHANJA TRIBHUVANAKALASA
कलकलकला गारू उदय की 12 ये था कि केरल के रूप वागमन
14 सूरत
16 ख
A
18
कुत्री पारवह
कि ट्रेन के लिकलु और मलकु 10
7
B. CH. CHHABRA
Reg. No. 3977 E'36-489'52.
নগওয देऊन बंद पर 12
क
बद्ध स14
खललसन को रुद्र ऊ 16
लाला
बुन या
तलाक 18 लाखायसहायलरुद्रख द्रुहा दा 20 ला श्री मसंग मुसासन कुरा टॉन: 20 खाज का अरु होस हवास व साठ ल
SCALE: NINE-TENTHS
SURVEY OF INDIA, CALCUTTA