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EPIGRAPHIA INDICA
[VOL. XXIV
-- - स्वयश्व मला भविचति दिवसतिमबिवल्या । यो भूमिदेव
पदपान्य'पविष[मौलि[स] ख्यातपुग्यचरित सुतमापतीति ।[२०] संखामतोत्व काय[ससब यचाइयो र । पम[:] काय[ख त्याच्या जातिमात्माभि -
] - - - - - - - - कुले ---प्रधि
a त - - - । [चीजोजगापुचमनन्तति ] कायखगः प्रससार तस्मात् ॥
[२] तसान्वये नयषिदः अधिक छतत्राः सत्यव्रताः बकतिनो गुणिनः क्रमेव । प्रार्षि(क)]भूवुरसमाविभौतसमदत्ताभयाः कमाकर र-~-- ॥[४०॥"] --~- ~-~ -कुलेभिवेकः
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- [कर इति प्रचितो] व(बभूव । [स] दुबजलशिौसमुन] रखेड कौतुम वानुपमप्रमायः ॥[४१॥"] पुर पुरो विचल्गुणाधिशेषतः सिमचताः] पुरुषवरानिहाय]ये । चकार यः [प्रथितगुणान्पु] '-~-~-~
- ~- ~- [४२॥'] • • • • • • • • • • • • • •
24 . [विभुवनस्वा । बोवन्मभूषण व श्रीशरावदेवस्य Mom"] [गवा] चूत
कवीन्द्राचा) बन्धमिन्द्रपति [सदा] । समारखान्दति बलौर्णिः कार्तिकी] [दावादिका] [४४॥"] [कमल विसलमा जनानुरागः] छतमूलि !] --।मा ---- --~-- [कलंकितकोटि
कूटे ?"] [४ ] --- -
- -- - - - ---- -- .. य[ख तखात् । -- -
[लोकताबकस्व सोम[सरस्व महितस्य वरं च जन्म [४६॥*] [प्रजाव(ब)[लाजवाबोला
--- -- परिव व(बला - -- --- - [प्रवरपरिणतपुखरीका? तश्चम ?] पबपरका] - - - -- ॥[४ ]
1 Road पां-- • Restore urefu. • The name lont here may have been प्रभाकर. • Restone पुररसराम् "I am not oortuin about the motre of this verve.
बमच
If it is
rajan, some akshara, have been dropped before