SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 322
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ No. 26.] 30 [T] त्यार्जित (1) त्यागपराक्रमाच' [ 2 ] 31 येस्यासीप्रविदारितारिकरटिप्रस्पी ' 32 'तकुंभ्भस्थलस्थालोस्थूलविमुक्तमुक्त 38 निकरास्थ विकीर्द्रा र[] [1*] वाई- ' 34 लोखरविंखलेखनद [ल *] द्रक्तप्रसिकच्चि - 7 TSANDAVOLU INSCRIPTION OF BUDDHARAJA. 35 तौ (i) प्रत्युपा' [व] कोर्त्तिबोजम [ण] यो भां- " 36 [त्ति ] " [षो] मांकुराः । [१०*] श्रीमत्संग्रामवो37 [र] चितिपतिरभव होंकभू [प]ाल [पु]त्र[:*] South Face. 38 "श्रीमान्वित्रारिभोगः " प्रभलरिपु 39 त्रिपांभोजपुंजाम्बितांश[: *] [1"] शखच्छ्री40 कं[1] तभक्तो गुणनिधिरमलो वाक्पतिः 41 पुण्यमूर्त्तिध्वीमदेव हृद्यम-16 42 कलजननुतो भाति "राजेद्रचोडः [n ११* ] 43 तस्योaffवज्ञभस्य प्रियवरललना 44 " [ब]ध्वपट्टांकमाख्या भाति श्रीसबि[भा] 45 "तिस्पुरितनिखिलदिक्पूर्ण सत्कीर्त्ति - " 46 वशी [*] ताता बुझ्बूपो ̈ नरपतिति 47 लकशैलपाश्चात्यदीपः समानो [य] 48 [हि ] कीर्त्तिर्गुणमणिनिकरो राजते 49 [पु]ण्यमूर्त्तिं[:"] । [१२] शाकाब्दे शक्तिनंदां 50 बरमभिगणिते [भू] रिसोम्म्यायने 51 वा क्षेत्रनादिंड्डु [पु] धनधपु-" 52 रेमधिस्थाय पंडीशनाने [*] नैवेद्या 53 र्त्यम्मईत्मा" भिरतरमनिशं खंडु[कं ] No. 238 of 1893 reads यखासिम. • Rend कुंभ. • No. 238 of 1898 renda बाहाली. 1 No. 283 of 1892 reads 'त्योर्व्वित'. • No. 283 of 1892 rends "प्रस्फीत'. • Read 'सूर्य' विकीच रथे. 7 No. 233 of 1892 reads "fer". The anusedra stands at the beginning of the next line. 10 No. 288 of 1899 rends का नामांकुरा:. 13 Read प्रबल 14 Rend "मूर्त्तिम'. 10 Rend स्फुरित'. 31 Read धनदपुरमधिष्ठाय. No. 238 of 1399 rends प्रयुप्ता. 24 Boead श्रीमान्वचारि 18 Read "" 14 Road रावेंद्र. 10 Rond °दिक्पूर्णं. Rend महात्मा चिर. 271 14 Bend "जामृतांश:. in Read बड़ 20 Read बुद्धभूपी.
SR No.032560
Book TitleEpigraphia Indica Vol 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorE Hultzsch
PublisherArchaeological Survey of India
Publication Year1998
Total Pages482
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size24 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy