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No. 15. J
TWO PILLAR INSCRIPTIONS AT AMARAVATI.
121 न श्रीमद्दुडदेवरकु सुंकमुलोनुगा सर्व्वा122 यमुलतोनाचंद्रार्कमुगानिच्चिन ऊड्लु कंड123 वाडिलोनि ते कोंडपडुमटिलोनि मेडु124 कोंडूरुनु डोंकि' [ ॥ *] ई ध[]म नडप125 निवास पंचमहापातकमुलु सेसिनवा
126 रु वारणासि वञ्चिनवार तम पेह कोडुकु क127 पालमुनं गुडिचिनवारु [ ॥ *] खदत्तां परदत्तां 128 वा यो हरेत वसुंधरां । षष्टिं वर्षस
129 हस्राणि विष्ठायां जायते क्रिमिः ॥ [ ४५ *]
130 वेदाशेंदुमिते शाके माघे शुक्ले गुरोर्दिने । दशम्यां' 131 केतभूपाली दीपो बुद्धाय दत्तवान् ॥ [ ४६ * ] स्वस्ति सम132 स्तप्रशस्तिसहितं श्रीमन्महामंडलेश्वर कोटकेतरा - 133 जुलु शकवर्षमुलु ११०४ गुनेंटि माघ शुद्ध १० 134 गुरुवारसुनं दमक धागा श्रीमहु
135 इदेवरकुनखंडवत्तिंदीपमुलु रेटिकिने इचिन इ
136 एड्लु ११० [*] वीनिलीन दामकअमरबीयुंडु [एं ] भदेनु गो
187 feoयलं जेकोनि आचंद्रार्कमुगां दन पुत्रानुपौत्रिकमुन
138 नित्य मानेंडु सेसि नेयि वोयंगलवांडु ॥ ऊटुकूरि के
139 तेबोयुंडु एंभडेनु' गोयिलं जेकोनि आचंद्राक्कम -
140 गां दन पुत्रानुपौत्रिकसुन नित्य मानेंडु सेसि नेयि वो141 यंगलवांडु ॥ © भोगस्त्रीललोनं गसविरमदेवुलु द142 नकु धमर्त्यमुगा श्रीमहुहदेवरकुनखंडवर्त्तिदीपमु
143 नकिञ्चिन इन्पएड्लु ५५ [*] वीनिं जेकोनि सब्बकमारेबोयंडु
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चंद्रा
144 कंसुगां दन पुत्रानुपौत्रिकमुन नित्य मानेंडु सेसि नेयि वोयं - 3 145 गलवांडु ॥ भंडावु प्रोलमदेवुलु दनकु धमर्त्यमुगा 146 श्रीमहुङ्घदेवरकुनखंडवर्त्तिदीपमुनकिञ्चिन इन्पण्डलु ५५ [*] 147 विनिं* जेकोनि चेंबलि कोम्मनबोनि कोड्कु माचेनबो डु 148 चंद्रार्कसुगां दन पुत्रानुपौत्रिकमुन नित्य मानेंडु
149 सेसि नेयि वोयंगलवांडु ॥
श्री श्री श्री [॥ *]
1 The anusvára stands at the beginning of the next line.
The anusvdra stands at the beginning of the next line.
2 Read एभदेनु.
• Read बौनिं.