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________________ Nadagam Plates of Vajrahasta.--Saka-Samvat 979. थाम Manारवयविंग लगानवमनदादाभदा। KANUARYTI DIST) दिल कति उकाला TASHATSHविमलतिरामाशालामाल काल क./बोमदाह का रान- ननकवकामाला क निस)RYSTRYराजानाशिवमक्षाकावामा मासाहारामाशाहक रूमीचमकालादालन हमान नवा उनका माननामा म मासिक ला माता मुहाल मिला 10 जानुस कुजदल मालम्लामा काली समाजमा १० तमाम समालतबाकिसवव कमा काभवमा जा 12महानतमसमाज नाव सुचत 12 खसा/6:23.दारुकाहरुखना काम 14 नव -नामकर वरमका कलावतिहास EMANS इस शातिमकदारात की 10 अमन का समाधान मालमसाला घसना16 तमा नईम का मानुबहिवटा2300354 मका, 18 साजावयादिसुखमा मन नामालखानाहा 18 iib. ना करुक या मा डा का शाप रचा व डासनाविका 20 पहिया वाघालायला 20 कानडा री र वमकलाम स्वामशाला सहा 22 . मानिया का समयतिर पाया नसक दान निमक का मसुमकार्रतुल या 2408/ हडशा रख पाँजखमंगा समाजरतात न माधान के मानव रगतरुवसम्ममा 26 सात मन रमताका नाममा भESYST AdST), Sanraj.मटा मारना कलम E. HULTZSCH. W. GRIGGS, PHOTO-LITH. SCALE TWO THIRDS.
SR No.032558
Book TitleEpigraphia Indica Vol 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorE Hultzsch
PublisherArchaeological Survey of India
Publication Year1896
Total Pages458
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size20 MB
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