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No. 3.]
ALAMANDA PLATES OF ANANTAVARMAN.
13 जन्द्रवमसुनु' श्रीअनन्तवर्मदेव[:*] कुशली तिरिकटु14 विषये मैदे लाकग्रामनिवासिनं कुटुम्बिन[:*] सम[ज्णा]
Second Plate; Second Side. 15 पयति' [*] विदितमस्तुद्भवता' ग्रामोयं 'होम्वरवलवास्तव्य16 वाजसनेयकोशिकगोत्रविष्टदेवसुनुवीधरभ[2] 17 [वै]दवेदाङ्गतत्वज्णतटाकप्रतिष्ठायामुदपुर्वक' 18 क्त्वा मुर्यग्रहोपरागो' दतं [*] पत्र 'सिमालिङ्गा19 नि कथ्यन्ते [*] पुर्वस्या दिसि वनराजिका पाशाण" [*] अज्णेय प. 20 शाण [*] दक्षिणस्था" चटेरनदि [*] नरित्या [तेन्तलिवृक्षपन्ति" व. 21 नराजिक[I] पश्चिमस्या गुरातटाक[:] वनराजिक[*] वनरा
Third Plate; First Side. 22 जक" [*] वयव्यां कलज्ण्यातटाक[*] पाषाण[:।*] वारुण्या" गतः।*] [२]23 शान्य वटवृक्ष[*] वनर[*]जिक[*] त्रिकुट" [*] अत्र व्य[*]सगीत[*]नि 24 [भ]वन्ति [*] "वहुभिर्वसुधा दता राजान सगरादिभिः ।"] य25 स्य यस्य यपा" भुमी तस्य तस्य तदा फलं [*] 26 स्वदत्ता परदताखा यो हरति वसन्धरा [*] स्वविष्ठाया कमि 27 भुत्वा पिर्तुभि सहु पच्यते [*] लिखितं दुगपेरि]हुसिण" [उ]28 [वीन" अखसलिन [पण] [*] ग[*]ङ्गेयवङ्गप्रवर्ध
19 Read forat; the word forest appears to be repeated by mistake.
Read वायव्यां कलचा. " Instead of वारुण्या (ia. वारुच्या, in the west'), read
I Read "जेन्द्रवर्मसूत्र:- Read वासिनः • Read समाजापयति. • Read "मस्तु भवंतां.
• The fourth akshara of stands below the line.
• Read कौभिक, विशु, सूख, भट्टाय. 7 Read वेदवेदाशतत्त्वज्ञाय and °मुदकपूर्वकं. • Read सूर्यग्रहीपराग दत्तः. • Read सौमा. 10 Read पूर्वस्थां दिशि. 1 Read पाषाण:- Read पानेय्या. A Read पाषायः. 14 The stands below the line ; rendet. • Read नदी. • Read नेत्यां . म Read पति : 18 Read at.
Read न्या.
Read चिकूट:. 24 Read . - Read दचा राजभि:* Read यदा भूमिस्तस्य. - Read खदत्ता परदचा वा. 38 Read वसुंधराम्. - Read अविष्ठायां.
Read भूत्वा पिढभिः सह. 1 Read दुर्गप्परहस्यथ ! - Read उत्कीर्णमचाविना. # Read .