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________________ भाटी जेल मेरुं राजा ओसवंश संक्षा ... गृहस्थाश्रम व्यवहार..... आचार, विचार, शिक्षा स्त्रियों कूं शिक्षा अनीत्ति हक्कदारी कानून सूतक निर्णय सर्व धर्मका सारतत्व गंधर्व भोजक, शाक्त भोजकोत्पत्ति १२॥ जाती वैश्य मध्यदेशी ८४ वैश्य जाति बृहत्खरगच्छ पट्टावली श्वेतांबरोमें चमत्कार' कथन ... 6009 ⠀⠀⠀ .... ... 1000 : : : 4000 ::: : ::: : : : 1004 1000 ... ... :: 0006 ...D. .... 800. १४० १४२ १४८ १५५ १५९ १६२ १६२ १६३ १६५ १६५ १६६ १७७ १७६ में बंधा क छापेके कारण अशुद्धियां रही है पृष्ट बंधा पढना, प्रस्तावनाके पृष्ट ४ में वाद साह जहां गीर करा है उस जगह शाह जहां पढना,
SR No.032488
Book TitleMahajan Vansh Muktavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamlal Gani
PublisherAmar Balchandra
Publication Year1921
Total Pages216
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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