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________________ परिशिष्ट ] [ ४६१ ६. बन्धादि स्थानों के जघन्योत्कृष्ट काल का प्रारूप (सत्ता प्रकरण गाथा ५२ के सन्दर्भ में) क्रम स्थान का नाम जघन्य काल उत्कृष्ट काल गुण स्थान १. २. ८ का बंधस्थान ७ का बंधस्थान ३. ४. ६ का बंधस्थान १ का बंधस्थान १. ८ का उदयस्थान अन्तर्मुहूर्त अन्तर्मुहूर्त तीसरे के सिवाय १ से ७ अन्तर्मुहूर्त छह मास हीन १ से ९ गुण स्थान ३३ सागरोपम अधिक अन्तर्मुहूर्त हीन पूर्व क्रो. का तीसरा भाग १ समय अन्तर्मुहूर्त १०वां गुणस्थान १ समय देशोन पूर्व क्रोड वर्ष ११, १२, १३वां गुण स्थान अन्तर्मुहूर्त अनादि अनन्त, अनादि १-१० गुण स्थान सांत, सादि सांत इस प्रकार ३ भंग १ समय अन्तर्मुहूर्त ११,१२ वां गुणस्थान अन्तर्मुहूर्त देशोन पूर्व कोटि वर्ष १३,१४ वां गुण स्थान अनादि सांत अनादि अनन्त १-११ गुण स्थान तक (अनन्त काल) (अनन्त काल) अन्तर्मुहूर्त अन्तर्मुहूर्त १२ वां गुण स्थान अन्तर्मुहूर्त देशोन पूर्व कोटि वर्ष १३, १४ वां गुण स्थान २. ३. १. ७ का उदयस्थान ४ का उदयस्थान ८ का सत्तास्थान २. ३. ७ का सत्तास्थान ४ का सत्तास्थान
SR No.032438
Book TitleKarm Prakruti Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivsharmsuri, Acharya Nanesh, Devkumar Jain
PublisherGanesh Smruti Granthmala
Publication Year2002
Total Pages522
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size39 MB
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