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बनात बरसालो बहुड़ाया बाउलो बांकड़ी बांह बाघम्बर
ऊनी या रेशमी वस्त्र वर्षा ऋतु लौटाया व्याकुल वक्र, टेढी बल, शक्ति सिंह की खाल प्रतीक्षा बाहों को फैलाकर हथेलियों को मिलाने से बनने वाला घेरा।
बाट
बाथ
तरफ
बेचारा
मूर्ख
बानी बापड़ो बालिश बा'ळो, बाहलो बिदरंग बीज बीनवै
बूझना
बेल बे'ली बेसबर ब्हाळ भंडीजै भगदड़ भतपाण भभकना भर्ता भळकतो भळको भापण
जल-प्रवाह विकृत रंग द्वितीया तिथि प्रार्थना/विनती करना पूछना बून्द ज्वार रथनुमा बैलगाड़ी अधीर शीत लहर बदनाम होना आकस्मिक भागदौड़, खलबली भोजन-पानी प्रज्वलित होना स्वामी चमकता हुआ तेज पलक, बरौनी
परिशिष्ट-४ / ३६६