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भगवती सूत्र
श. ५ : उ. १ : सू. १०-१६ चौदह मुहर्त का दिन और सोलह मुहर्त की रात्रि। चौदह-मुहूर्त-से-कुछ-कम परिमाण वाला दिन और सोलह-मुहूर्त-से-कुछ-अधिक परिमाण वाली रात्रि ।
तेरह मुहूर्त का दिन और सतरह मुहूर्त की रात्रि। तेरह-मुहूर्त-से-कुछ-कम परिमाण वाला दिन और सतरह-मुहूर्त-से-कुछ-अधिक परिमाण वाली रात्रि। ११. भन्ते! जिस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के दक्षिणार्द्ध भाग में बारह मुहूर्त का जघन्य दिन होता है, उस समय उत्तरार्द्ध भाग में भी बारह मुहूर्त का दिन होता है? जिस समय उत्तरार्द्ध भाग में बारह मुहूर्त का दिन होता है, उस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के पूर्व और पश्चिम भाग में अठारह मुहूर्त की उत्कृष्ट रात्रि होती है? हां, गौतम! इस प्रकार पूर्ण पाठ वक्तव्य है यावत् अठारह मुहर्त की उत्कृष्ट रात्रि होती है। १२. भन्ते! जिस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के पूर्व भाग में बारह मुहूर्त का जघन्य दिन होता है, उस समय पश्चिम भाग में बारह मुहूर्त का जघन्य दिन होता है? जिस समय पश्चिम भाग में बारह मुहूर्त का जघन्य दिन होता है, उस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के उत्तर और दक्षिण भाग में अठारह मुहूर्त की उत्कृष्ट रात्रि होती है?
हां, गौतम ! यावत् अठारह मुहूर्त की उत्कृष्ट रात्रि होती है। १३. भन्ते! जिस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के दक्षिणार्द्ध में वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है, उस समय उत्तरार्द्ध में भी वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है, जिस समय उत्तरार्द्ध के वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है, उस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के पूर्व-पश्चिम भाग में वर्षा के प्रथम समय के अनन्तर आने वाले समय में वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है?
हां, गौतम! जिस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के दक्षिणार्द्ध में वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है उस समय यावत् वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है। १४. भन्ते! जिस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के पूर्व भाग में वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है, उस समय पश्चिम भाग में भी वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है, जिस समय पश्चिम भाग में वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है उस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के उत्तर-दक्षिण भाग में वर्षा के पूर्व- और अपर-विदेह की वर्षा के प्रथम समय की अपेक्षा प्रथम समय के अनन्तर पश्चाद्वर्ती समय में वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है? हां, गौतम! जिस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के पूर्व भाग में वर्षा का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है......इस प्रकार पूर्ण पाठ वक्तव्य है यावत् प्रथम समय प्रतिपन्न होता है। १५. इस प्रकार जैसे समय के साथ वर्षा का अभिलाप कहा गया है, उसी प्रकार आवलिका के साथ भी वर्षा का अभिलाप वक्तव्य है। आनापान, स्तोक, लव, मुहूर्त, अहोरात्र, पक्ष, मास
और ऋतु-इन सबके साथ भी समय की भांति ही वर्षा का अभिलाप वक्तव्य है। १६. भन्ते! जिस समय जम्बूद्वीप द्वीप में मेरु पर्वत के दक्षिणार्द्ध में हेमन्त का प्रथम समय प्रतिपन्न होता है। जैसे समय के साथ वर्षा का अभिलाप है वैसे ही हेमन्त, ग्रीष्म यावत्
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